महाराष्‍ट्र विधानसभा का विशेष सत्र: उद्धव सरकार की परीक्षा शुरू

Update: 2019-11-30 04:48 GMT

मुंबई. महाराष्‍ट्र में लंबी खींचतान के बाद गठित उद्धव ठाकरे की सरकार के सामने पहली चुनौती विधानसभा के पटल पर विश्‍वासमत हासिल करना है. इसे देखते हुए शनिवार (30 नवंबर) को विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया है. इस दौरान शिवसेना, कांग्रेस और राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की गठबंधन वाली सरकार अपना बहुमत साबित करेगी. हालांकि, तीनों दलों के पास कागजों पर साधारण बहुमत हासिल है. वहीं, पांच साल तक महाराष्‍ट्र में सरकार चलाने वाली BJP विपक्ष में बैठेगी.

'फ्लोर टेस्‍ट की वजह से ही गई फडणवीस की सरकार'

शिवसेना की अगुवाई वाला गठबंधन विधानसभा में बहुमत साबित करने की पूरी तैयारी कर ली है. एनसीपी के वरिष्‍ठ नेता छगन भुजबल ने इस बाबत अहम बयान दिया है. उन्‍होंने कहा, 'आज फ्लोर टेस्‍ट है और हम सदन में बहुमत साबित करेंगे. इसी फ्लोर टेस्‍ट की वजह से देवेंद्र फडणवीस की सरकार गई है. ऐसे में यह बहुत अहम है. हमारे (एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस) पास 170 से ज्‍यादा का आंकड़ा (विधायकों की संख्‍या) है.'

उपमुख्‍यमंत्री पद को लेकर दिया अहम बयान

छगन भुजबल ने उद्धव सरकार में उपमुख्‍यमंत्री पद को लेकर भी अहम बयान दिया है. उन्‍होंने कहा, 'डिप्‍टी सिएम कौन होगा यह अंदरूनी मामला है. इस पर भी फैसला ले लिया जाएगा.' एनसीपी नेता ने आरे में मेट्रो शेड को लेकर जारी विवाद पर भी अपना रुख स्‍पष्‍ट किया है. भुजबल ने कहा, 'मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आरे में मेट्रो को लेकर जो फैसला किया है, वह सही है. हम विकास के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन विकास के लिए पर्यावरण को दरकिनार नहीं किया जा सकता है.' बता दें कि फडणवीस सरकार के दौरान आरे में मेट्रो शेड के लिए सैकड़ों की तादाद में पेड़ काटे गए थे. इसको लेकर काफी विवाद भी हुआ था

Tags:    

Similar News