Citizenship Amendment Bill : इन दो चेहरों पर थी राज्यसभा से CAB पास कराने की जिम्मेदारी थी, कांग्रेस , सपा के एक दर्जन सांसद क्यों हुए गायब?

जब सदन में वोटिंग हो रही थी, तब कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी, टीआरएस और जेडीएस के कई सांसद सदन में मौजूद नहीं थे, जबकि उनकी पार्टी ने इस बिल का विरोध किया था।

Update: 2019-12-22 04:48 GMT

केंद्र सरकार ने पिछले दिनों संसद के दोनों सदनों से नागरिकता संशोधन बिल (CAB) पास करा लिया। राज्यसभा में बहुमत नहीं होने के बावजूद सरकार बिल पास कराने में सफल रही। इसके लिए बीजेपी ने दो सांसदों को अहम जिम्मेदारी सौंपी थी।

उन्हें सदन में फ्लोर मैनेजमेंट करने और जरूरी 124 वोट जुटाने का जिम्मा सौंपा गया था। उन दोनों नेताओं ने टार्गेट से एक नंबर ज्यादा यानी कुल 125 वोटों का जुगाड़ कर दिया। ये दोनों चेहरे हैं बीजेपी महासचिव भूपेंद्र यादव और सी आर रमेश।

भूपेंद्र यादव कई मौकों पर बीजेपी के हनुमान साबित हुए हैं। इस बार भी उन्होंने सदन को मैनेज कर सरकार को बड़ी जीत दिलाई है। वैसे तो सदन में बीजेपी के आधिकारिक सचेतक (व्हिप) नारायण लाल पंचारिया हैं लेकिन उनके ही चैम्बर में बैठकर भूपेंद्र यादव और रमेश ने पर्दे के पीछे से सदन में वोटिंग के दौरान जीत की रणनीति बनाई।

यादव ने तो वोटिंग से पहले ही कह दिया था कि बिल का 124 सांसद समर्थन करेंगे। और जब वोटिंग हुई तो नतीजे ठीक वैसे ही थे। सदन में कुल 125 सांसदों ने बिल के समर्थन में वोट दिया था, जबकि विरोध में 105 वोट पड़े।

खास बात ये है कि जब सदन में वोटिंग हो रही थी, तब कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी, टीआरएस और जेडीएस के कई सांसद सदन में मौजूद नहीं थे, जबकि उनकी पार्टी ने इस बिल का विरोध किया था।

कांग्रेस की सहयोगी शिवसेना ने सदन से वॉकआउट कर दिया था। बता दें कि तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए सी आर रमेश को फ्लोर मैनेजमेंट और दूसरे दलों में मित्रवत व्यवहार के लिए जाना जाता है। संभवत: उनकी इस कलाकारी ने बीजेपी की नैया राज्यसभा में पार करवा ली।

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