Patna News Hindi: इंडिया गठबंधन में बिना मीटिंग किए RJD ने 40 में से 4 सीटों पर उतार दिए अपने उम्मीदवार
Patna News Hindi: महागठबंधन में बिना सीट बंटवारे के ही राजद (RJD) ने प्रत्याशियों (candidates) के लिए सिंबल बांटना (distributing symbols) शुरू कर दिया तो कांग्रेस (Congress) के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह (Akhilesh Prasad Singh) व भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव डी. राजा (D. Raja) ने अलग-अलग राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद (Lalu Prasad) से मुलाकात की।;
Patna News Hindi: महागठबंधन में बिना सीट बंटवारे के ही राजद (RJD) ने प्रत्याशियों (candidates) के लिए सिंबल बांटना (distributing symbols) शुरू कर दिया तो कांग्रेस (Congress) के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह (Akhilesh Prasad Singh) व भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव डी. राजा (D. Raja) ने अलग-अलग राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद (Lalu Prasad) से मुलाकात की। गुरुवार को दस सर्कुलर रोड स्थित आवास पर लालू प्रसाद से मुलाकात के बाद अखिलेश प्रसाद सिंह ने मीडिया से बातचीत में महागठबंधन में टिकट वितरण के सवाल पर कहा कि एक-दो दिन में तस्वीर साफ हो जाएगी। सब रास्ते पर हैं, सीट बंटवारा हो जाएगा।
वहीं, भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव डी. राजा ने लालू प्रसाद से मुलाकात की और इसके बाद पार्टी नेताओं के साथ बैठक करने निकल गए। भाकपा की ओर से सीट बंटवारे को लेकर शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस बुलायी गयी है। वाम दलों में भाकपा माले चार सीटों पर अड़ा है। पार्टी ने आठ सीटों पर दावेदारी की थी। सूत्रों के अनुसार अभी तक आरा, नालंदा और काराकाट पर सहमति बनी है। सीवान सीट को लेकर दोनों के बीच गतिरोध चल रहा है। माले यहां से पूर्व विधायक अमरनाथ यादव को लड़ाना चाह रहा है। वहीं, राजद यहां से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को मैदान में उतारना चाह रहा है।
बेगूसराय सीट पर कांग्रेस और भाकपा में जिच है। भाकपा ने इस सीट को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है। वहीं, कांग्रेस इस सीट को पिछला चुनाव लड़ चुके कन्हैया के लिए मांग रही है। कन्हैया पिछला चुनाव भाकपा के उम्मीदवार के तौर पर लड़े थे। हालांकि माना जा रहा है कि इस सीट को भाकपा को देने पर सहमति बन रही है।
माकपा को भी एक सीट खगड़िया देने पर सहमति बनी है। वीआईपी के मुकेश सहनी के साथ सहमति बनने पर शेष बची 28 सीटों में से राजद एक सीट दे सकता है। सूत्रों के अनुसार पशुपति पारस के साथ समझौते को लेकर घटक दलों में सहमति नहीं बनी है।