सारस्वत ने बोले- JK में इंटरनेट का इस्तेमाल गंदी फिल्में देखने में होता है तो सीताराम येचुरी किया करारा पलटवार

Update: 2020-01-19 11:55 GMT

गुजरात। नीति आयोग के सदस्य वी.के. सारस्वत ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट बंद करने से अर्थव्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ा है, क्योंकि वहां उसका इस्तेमाल केवल गंदी फिल्में देखने के लिए किया जाता है। अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पिछले 5 महीनों से जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई थी।

सारस्वत गांधीनगर में धीरूभाई अंबानी इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी के वार्षिक समारोह में पहुंचे थे। वहां मीडियाकर्मियों ने उनसे सवाल किया कि जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट क्यों बंद है, जबकि इसे देश के विकास के लिए अहम माना जाता है? इस पर सारस्वत ने कहा, "कश्मीर में इंटरनेट न होने से क्या फर्क पड़ता है? वहां इंटरनेट पर क्या देखा जाता है? वहां क्या ई-टेलिंग (पढ़ाई) हो रही है? गंदी फिल्में देखने के अलावा वहां इंटरनेट पर कुछ भी नहीं किया जाता है।" 

माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कश्मीर में इंटरनेट सेवा को गैरजरूरी बताने वाले नीति आयोग के सदस्य वी के सारस्वत को देश के संविधान को विस्तार से पढ़ने की नसीहत दी।

येचुरी ने सारस्वत के बयान पर पलटवार करते हुये ट्वीट कर कहा, ''यह व्यक्ति (सारस्वत) नीति आयोग के सदस्य हैं। उन्हें खुद को अपडेट करने के लिये भारत का संविधान पढ़ने की जरूरत है और वह प्रस्तावना से इसकी शुरुआत कर सकते हैं।''

संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ आंदोलनों के बारे में येचुरी ने कहा कि सीएए एनआरसी के विरोध में देश के सभी शहरों और कस्बों में आंदोलन हो रहे हैं और वह (सारस्वत) इन आंदोलनों में पढ़ी जा रही संविधान की प्रस्तावना से खुद को अवगत करा सकते हैं।


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