किसान आंदोलन को बड़ा झटका: सरदार वीएम सिंह ने राकेश टिकैत पर बड़ा आरोप लगाकार आंदोलन लिया वापस

सरदार वीएम सिंह ने भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत को कल की घटना के लिए जिम्मेदार माना है.

Update: 2021-01-27 12:10 GMT

किसान आंदोलन में कल की हिंसा के बाद अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है. भारतीय किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने गाजीपुर बोर्डर पर अपना आन्दोलन स्थगित करने का एलान कर दिया. 

सरदार वीएम सिंह ने कहा कि यह आंदोलन मैंने 9 अगस्त को यूपी के किसान को एमएसपी दिलाये जाने को लेकर शुरू किया. उसके बाद किसान दिल्ली आ गये. मेरे कुछ साथी भी दिल्ली तक आ गये. में भी सिंधू बोर्डर पहुँच गया. उसके बाद मुझे उस समिति में शामिल नहीं किया गया मेरी भी तबियत खराब थी. उसके चलते मेरे कुछ साथी गाजीपुर बोर्डर पर आ गये और धरना देने लगे. 

किसान नेता वीएम सिंह ने राकेश टिकैत पर हमला बोलते हुए कहा कि, "उन्होंने सरकार के सामने किसानों के हित में कोई बात नहीं उठाई. हम सिर्फ समर्थन देते रहे और कोई वहां नेता बनते रहे, ये हमारा काम नहीं है. मैं बड़े दर्द से कहता हूं कि आंदोलन खड़ा करने का काम वीएम सिंह का था. हम इसलिए नहीं आए थे कि देश को अपने आप को और 26 जनवरी को बदनाम करें. हम इसलिए आए हैं क्योंकि जब वापस जाएं तो धान का पूरा रेट मिले, गन्ने का रेट मिले, एमएसपी मिले."

उन्होंने कहा कि उसी दौरान यकायक गाजीपुर बोर्डर सरकार की और से या किसकी और से राकेश टिकैत की एंट्री होती है. हमने अपना बिना शर्त समर्थन दे दिया.  उसके बाद जिस तरह से कल परेड में राकेश टिकैत ने किसानों के साथ धोखा करके बेइज्जत कराया है उसकी में घोर निंदा करता हूँ. यूपी का किसान बिल वापसी और एमएसपी पर बात करने आया था. लेकिन उसकी बेइज्जती कराई गई . सरकार की भी गलती है जब कोई 11 बजे की जगह 8 बजे निकल रहा है तो सरकार क्या कर रही थी. जब सरकार को पता था कि लाल किले पर झंडा फहराने वाले को कुछ संगठनों ने करोड़ों रुपये देने की बात की थी.

उन्होंने कहा कि जिस तरह से देश के गणतंत्र दिवस पर देश और किसान को शर्मशार किया गया है. उससे हमें बहुत बड़ा धक्का लगा है.में इसकी घोर निंदा करता हूँ साथ ही सरकार से मांग करता हूँ कि राकेश टिकैत जैसे नेताओं की जांच और लालकिले पर तैनात अधिकारीयों की भूमिका की जाँच कराके अधिकारीयों को सजा दी जाय. 

में अपने संगठन का आंदोलन वापस करने का ऐलान करता हूँ और यहाँ से घर जाने वाले किसान भाइयों से अनुरोध करता हूँ कि वो अब अपनी अंतर आत्मा की आवाज पर दिल्ली आयें संगठन ने आन्दोलन वापस ले लिया है. क्योंकि इस आंदोलन में में अपने साथियों के सम्मान को न बचा सका और एक साथी भी शहीद हो गया. में अपने साथियों से वादा करता हूँ कि इस साल से दोगुनी खरीद अगली साल भी एमएसपी पर करवा कर ही दम लूँगा. वीएम सिंह ने कहा कि, उत्तर प्रदेश के किसानों को कहना चाहता हूं कि जितना इस साल धान बिका है, उससे दोगुना अगले साल बिकेगा. इसके लिए लगातार संघर्ष जारी रहेगा.

वहीं अभी अभी मिली जानकारी के मुताबिक भानू गुट भी अपना आंदोलन वापस ले लिया है. अब किसान आंदोलन में अफरा तफरी का माहौल बन चूका है वहीं जिस संख्या में किसान आये थे उसमें अब भारी कमी देखि जा रही है. 

भारतीय किसान यूनियन (भानु) के अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने किसान आन्दोलन से अलग होने का एलान किया बोले कल दिल्ली में जो कुछ भी हुआ उससे मैं बहुत आहत हूँ और हमारे 58 दिनों के आन्दोलन को समाप्त कर रहा हूँ...

यूपी गेट (गाजीपुर टोल) से तमाम किसान घरों को लौट गए हैं. कल तक जहां 3000 ट्रैक्टर थे, वहां आज 150-200 रह गए हैं इन किसानों का नेतृत्व कर रहे BKU अध्यक्ष नरेश टिकैत कल ही मुजफ्फरनगर चले गए. वहीं, BKU भानु गुट ने आंदोलन खत्म किया. यूपी-दिल्ली के रास्ते जल्द शुरू हो सकते हैं.

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