प्यास के मारे 44 लोगों की मौत, सिर्फ 6 महिलाएं बची

34 die of thirsty only 6 women survive

Update: 2017-06-02 07:09 GMT
नाइजीरिया : सहारा रेगिस्तान में एक गाड़ी के ख़राब हो जाने से 44 लोगों की मौत होने की एक सनसनी खेज घटना सामने आई है। रेड क्रॉस के लावल ताहेर के अनुसार गाड़ी में सफर करने वाले 44 लोगों की मौत प्यास के मारे हुई, जबकि 6 लोगों ने निजेर के दिरकू गांव पहुंच कर अपनी जान बचाई। बचने वालों में सभी महिलाएं हैं।

उनका कहना है कि मारे जाने वालों में कई बच्चे भी शामिल हैं। घाना और नाइजीरिया से ये लोग लीबिया जा रहे थे। ताहेर के अनुसार अब तक शवों की पहचान के लिए अब तक कोई भी वहां नहीं पहुंच पाया है।

बता दे, कि उत्तरी अफ्रीका पहुंचने के लिए निजेर से प्रवासी अधिकतर इसी रास्ते लीबिया जाते हैं। वहां से आगे वो यूरोप जाने के लिए भूमध्य सागर पार करते हैं। प्रवासियों के लिए सहारा का ये रास्ता सबसे कठिन होता है। इसे पार करने के लिए वो ट्रकों में भरभर कर जाते हैं और इस दौरान कुछ ही लीटर पानी पर निर्भर करते हैं।

बताया जा रहा है कि सहारा जैसे एक विशाल इलाके में कितने लोग मारे गए हैं इसकी पुष्टि करना लगभग असंभव है। बीते साल जून में अल्जीरिया से सटे निजेर की सीमा के पास 34 प्रवासियों के शव पाए गए थे जिनमें 20 बच्चे थे। सरकार में एक मंत्री ने उस वक्त कहा था कि लगता है कि मानव तस्करी करने वालों ने उन्हें वहं छोड़े दिया था जिसके बाद प्यास से उनकी मौत हो गई।

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