नागरिकता कानून: राष्ट्रपति से मिलकर लौटा विपक्षी नेताओं का डेलिगेशन, सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति से की मांग

Update: 2019-12-17 11:45 GMT

देशभर में नागरिकता कानून को लेकर प्रदर्शन की खबरें सामने आ रही हैं. पहले पूर्वोत्तर के राज्यों में हिंसा भड़की, फिर दिल्ली और अब यूपी भी विरोध प्रदर्शनों की चपेट में है. नागरिकता कानून पर लगातार विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर रहा है।

नागरिकता कानून के खिलाफ सभी पार्टियों के विपक्षी नेता राष्ट्रपति से मुलाकात करने पहुंचे हैं. विपक्षी नेताओं में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, एके एंटनी, पी चिदंबरम, टीआर बालू, सपा नेता रामगोपाल यादव राष्ट्रपति भवन पहुंचे हैं. राष्ट्रपति से मिलकर विपक्षी नेता नागरिकता कानून पर चर्चा करेंगे।

हमने राष्ट्रपति से मिलकर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। जामिया में महिला छात्रावास तक पुलिस घुस गई थी, उत्तर पूर्वी राज्यों समेत दिल्ली में हालात खराब हैं, दिल्ली पुलिस ने मामले में ज्यादती कीः सोनिया गांधी

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वहीं टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि हमने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि वह सरकार को तुरंत नागरिकता संशोधित कानून को वापस लेने की सलाह दें. समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि हमने राष्ट्रपति को सूचित किया कि हमने संसद में जो कहा था, वह अब सच हो रहा है. जब लोग आतंकित होते हैं तो क्या होता है, यह सभी लोग देख रहे हैं. पाकिस्तान यही चाहता है. सरकार ने उन्हें एक मौका दे दिया.

कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह कानून बांटने वाला है. सरकार को देश और नागरिकों की चिंता नहीं है. विपक्ष को पता था कि देश इस कानून को खारिज कर देगा. यही हो रहा है. आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थानों में प्रदर्शन हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि असम में 5 लोगों की मौत हो गई. 21 लोग घायल हो गए. पहले कश्मीर, फिर नॉर्थ ईस्ट और अब पूरा देश.

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