2019 के लोकसभा चुनावों में 141 सीटों पर हारी भाजपा ने 2024 लोकसभा चुनाव में उन सीटों को जिताने की जिम्मेदारी इन मंत्रियों को सौंपी

सूत्रों की मानें तो जिन मंत्रियों को 141 सीटों को जिताने की ज़िम्मेदारी दी गई है, वे 2024 के आम चुनाव तक इन लोकसभा क्षेत्रों में जाकर जीत की रणनीति तैयार करेंगे और संगठन को ज़रूरी सुझाव देंगे।

Update: 2022-07-16 10:45 GMT

2024 आम चुनाव में पहले से भी बड़ी जीत की रणनीति को अमलीजामा पहनाना बीजेपी  ने शुरू कर दिया है. इसके लिए पार्टी ने इसी महीने से रणनीति पर काम भी शुरू करते हुए केंद्रीय मंत्रियों  सहित संगठन के कुशल शिल्पी नेताओं को ज़िम्मेदारी दी गई है. पार्टी ने ऐसी 141 सीटों पर भगवा फहराने की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्रियों और बड़े नेताओं को सौंपी है. इनमें 40 सीटें उत्तर और पूर्व भारत से हैं, जबकि 101 सीटें दक्षिण भारत से आती हैं. इन सीटों पर 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था. मंत्रियों को लोकसभा क्षेत्रवार जिम्मेदारी सौंप दी गई है.

जानिए सूत्र क्या कहते हैं 

सूत्रों की मानें तो जिन मंत्रियों को 141 सीटों को जिताने की ज़िम्मेदारी दी गई है, वे 2024 के आम चुनाव तक इन लोकसभा क्षेत्रों में जाकर जीत की रणनीति तैयार करेंगे और संगठन को ज़रूरी सुझाव देंगे. सूत्र बताते हैं कि 2019 के चुनाव में उत्तर प्रदेश  में हारीं 14 सीटों पर अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी का झंडा फहराने के लिए पार्टी ने चार मंत्रियों को ज़िम्मेदारी सौंपी है।

ये रहे वो मंत्री

इनमें कांग्रेस के क़ब्ज़े वाली रायबरेली सीट भी शामिल है. ये ज़िम्मेदारी कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को दी गई है. तोमर रायबरेली के अलावा मऊ, घोसी, श्रावस्ती और अंबेडकर नगर लोकसभा सीट की जिम्मेदारी भी संभालेंगे. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को सहारनपुर, नगीना और बिजनौर में भगवा फहराने जिम्मेदारी सौंपी गई है. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के कंधों पर मुरादाबाद, अमरोहा और मैनपुरी को जिताने का भार दिया गया है. वहीं राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी को जौनपुर, गाजीपुर व लालगंज जिताने और फिर से बीजेपी का परचम लहराने की ज़िम्मेदारी दी गई है।

पंजाब (Punjab) की ज़िम्मेदारी संभाल रहे जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को आनंदपुर साहिब सीट की जिताने की जिम्मेदारी दी गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को पंजाब की लुधियाना, संगरूर और हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट की जिम्मेदारी सौंपी गई है. केंद्रीय मंत्री और चुनावी रणनीतिकार भूपेंद्र यादव महाराष्ट्र की बुलढाणा और औरंगाबाद लोकसभा सीटें जिताएंगे. वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन  को महाराष्ट्र में बारामती में जिताने की ज़िम्मेदारी दी गई है।

गिरिराज और बीके सिंह संभालेंगे इन सीटों को

सूत्रों के मुताबिक़ हिंदुत्व का चेहरा और फ़ायर ब्रांड नेता केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को मध्य प्रदेश में कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के क़ब्ज़े वाली छिंदवाड़ा और छत्तीसगढ़ की कोरबा की सीटों पर भगवा फहराने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है. बिहार के नेता और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे केरल की त्रिशूर लोकसभा सीट पर परचम लहराने का ज़िम्मा सम्भलेंगे।

पूर्व आर्मी चीफ़ और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह तमिलनाडु में कन्याकुमारी, शिव गंगा, वेल्लुर और तिरुवल्लुर की लोकसभा सीटों पर बीजेपी की जीत के लिए बिसात बिछाएंगे. उत्तर प्रदेश से आने वाले महेंद्र नाथ पांडे के सिर पर तेलंगाना की नलगोंडा, महबूबनगर और कुरनूल सीट पर पार्टी जीत दर्ज कराने का ज़िम्मा है. गुजरात से आने वाले केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला तेलंगाना की आदिलाबाद, पेडापल्ली, मेंढक व जाहिराबाद लोकसभा सीट पर विजय पताका फहराने की रणनीति बनाएंगे।

दक्षिण के राज्यों को जीतने की होगी कोशिश

राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल को छत्तीसगढ़ की रायगढ़ व झारखंड की गिरिडीह सीट का काम सौंपा गया है. लेकिन बीजेपी के एजेंडे में सबसे ऊपर दक्षिण भारत के चार राज्य तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल हैं. यहां की 101 लोकसभा सीटों में से बीजेपी सिर्फ़ चार पर क़ाबिज़ है. ऐसे में बीजेपी की कोशिश दक्षिण भारत में अश्वमेध यज्ञ करने की है. इसके लिए बाक़ायदा पूरी रणनीति बनाई गई है और सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश के नेतृत्व में काम शुरू किया गया है।

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