Top News :वरुण गांधी के लिए कांग्रेस ने बनाया पूरा प्लान, बीजेपी का तिलिस्म तोड़ने के लिया तैयार प्रियंका ने रणनीति!

वरुण गांधी इस समय बीजेपी के पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र से सांसद है।

Update: 2023-01-04 10:00 GMT

काँग्रेस भारत जोड़ो यात्रा में उमड़ी भीड़ से बहुत खुश नजर आ रही है। इसी को लेकर जिस तरह से यूपी लोनी से यात्रा का ब्रेक के बाद शुरुआत हुई। अब उत्तर प्रदेश के बागपत और लोनी में उमड़ी भीड़ ने यूपी में नई इबारत लिखना शुरू किया है। 

कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि वरुण गांधी के लिये प्रियंका ने एक बड़ी योजना बनायी है। जिसके तहत वरुण गांधी को अमेठी लोकसभा क्षेत्र से स्मृति ईरानी के खिलाफ मैदान में उतार सकती है।  प्रियंका गांधी और वरुण गांधी की जोड़ी UP में कांग्रेस के लिए क्या कर पाएगी और सपा से उनका समन्वय कैसा रहेगा यह मामला रोचक जरूर होगा। लेकिन यह जोड़ी बीजेपी के लिए मुश्किलें जरूर खड़ी करेगी। 

सूत्रों का दावा है कि वरुण गांधी से उनकी चचेरी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से बातचीत होती है। हालांकि पहले ये बातचीत परिवार तौर पर होती थी। लेकिन अब इसमें सियासी मोड़ आ गया है. राजनीतिक पंडितों का दावा है कि वरुण गांधी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अपना राजनीतिक भविष्य सुरक्षित करने का प्रयास करेंगे।  इसके लिए वह बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आ सकते हैं। इस वजह से उन्हें कांग्रेस में लाने का प्रयास बहन प्रियंका गांधी के जिम्मे छोड़ा गया है।  

वरुण गांधी इस समय बीजेपी के पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र से सांसद है। वरुण गांधी लगातार बीजेपी से रोजगार , शिक्षा , स्वास्थ्य और महंगाई परत सवाल खड़े कर रहे है। इसके बाद वरुण गांधी अपनी यूपी में खुद की जमीन तैयार करने में जुटे हुए है। 

पिछले कई महीनों से यूपी ही नहीं देश के कई बड़े संगठनों ने उनसे मुलाकात की। हालांकि वरुण गांधी ने उन सबका मुद्दा भी उठाया और उन्हे हर संभव मदद का अस्वासन भी दिया। अभी हाल फिलहाल वरुण गांधी ने जब राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा को सही बताया था तब लोगों में सुगुबुहाट शुरू हुई। 

बता दें कि कांग्रेस में अगर वरुण गांधी की वापसी होती है तो यूपी में एक बार फिर कांग्रेस के जन्म की पटकथा लिखनी शुरू हो जाएगी। वरुण गांधी की जनता में एक अलग पहचान बनेगी। कांग्रेस के पास यूपी में अभी कोई एसा चेहरा नहीं था जिस पर जनता भरोसा जताती। वरुण गांधी के रूप में कांग्रेस को एक चेहरा मिल जरूर जाएगा। लेकिन इस तरह की सूत्रबाजी कई बार हो चुकी है कामयाब कब होगी कहना मुश्किल जरूर है। 

Tags:    

Similar News