Bihar Political Crisis: भाजपा-जदयू गठबंधन आधिकारिक तौर पर टूटा, पांच साल बाद पड़ी दरार

जदयू की महत्वपूर्ण बैठक के बाद जदयू नेता ललन सिंह ने जानकारी दी कि जदयू-भाजपा गठबंधन अब आधिकारिक रूप से बिखर चुका है।

Update: 2022-08-09 08:22 GMT

पटना: भारत के लिए मंगलवार दो बड़े राजनीतिक घटनाक्रमों का गवाह बनकर आया है। एक तरफ महाराष्ट्र में महाअघाड़ी सरकार के गिरने के बाद बनी शिंदे सरकार में महत्वपूर्ण मंत्रिमंडल विस्तार का शपथ ग्रहण कार्यक्रम जारी है। वहीं, दूसरी तरफ बिहार में राजनीतिक उठापटक का भी दौर शुरू हो चुका है।

हालांकि शुरुआत में कयास लगाए जा रहे थे सीएम नीतीश कुमार इस्तीफा देकर आरजेडी के साथ नई सरकार का गठन कर सकते हैं। लेकिन अब सूत्रों का दावा है कि नीतीश कुछ अलग करने का मन बना रहे हैं। इन सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार नई सरकार के गठन की बजाय, भाजपा के मंत्रियों को बर्खास्त करने का मन बना रहे हैं।

इस बीच जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की महत्वपूर्ण बैठक खत्म हो चुकी है। इस बैठक में पार्टी के सभी सांसद और विधायक शामिल थे। बैठक के बाद जदयू नेता ललन सिंह ने जानकारी दी कि जदयू-भाजपा गठबंधन अब आधिकारिक रूप से बिखर चुका है।

सूत्रों के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह कल होगा। तेजस्वी यादव बिहार के नए उपमुख्यमंत्री होंगे। इस बीच, तेजस्वी यादव की बहनों ने बिहार राज्य में सरकार बदलने की ओर इशारा करते हुए ट्वीट किए हैं। उनकी साइटर रोहिणी आचार्य ने माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट पर निम्नलिखित ट्वीट पोस्ट किया।

माम चर्चाओं के बीच भारतीय जनता पार्टी सक्रिय हो गई है और संगठन में बड़ी बैठकों का दौर शुरू हो गया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक भाजपा के राज्य महासचिव (संगठन) भीखुभाई दलसानिया और राज्य भाजपा प्रमुख संजय जायसवाल पटना में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के आवास पर पहुंचे। जानकारी के मुताबिक भाजपा कुछ ही देर में इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस का भी आयोजन कर सकती है। सूत्रों का यह भी कहना है कि भाजपा हाईकमान द्वारा प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों को जल्द ही इस संकट से जुड़ी चर्चा करने के लिए दिल्ली भी बुलाया जा सकता है।

राजद प्रमुख लालू यादव के आवास पर महागठबंधन के विधायकों और पटना में सीएम आवास पर जद (यू) नेताओं की बैठक चल रही है। खबरों में यह भी कहा जा रहा है कि नई सरकार का गठन 2015 वाले फॉर्मूला पर ही किया जाएगा, जिसमें तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम पद संभाल सकते हैं। सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात का समय मांगा है। जानकारों का कहना है कि इस मुलाकात का उद्देश्य इस्तीफा देना ही है।

उधर, कांग्रेस ने अपने विधायकों के समर्थन की चिट्ठी जेडीयू को भेज दी है। कांग्रेस नेता शकील अहमद ने कहा है कि बिहार में भाजपा सरकार का गिरना तय है, हम नीतीश कुमार को समर्थन देने के लिए तैयार हैं।

बता दें कि इससे पहले 2015 में भी जदयू ने राजद और कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों के साथ मिलकर सरकार का गठन किया था। लेकिन जुलाई 2017 में, कुमार ने यू टर्न लेते हुए भाजपा के साथ चलने का फैसला करते हुए महागठबंधन (राजद, कांग्रेस और अन्य) छोड़ दिया और मुख्यमंत्री बने रहे। अक्टूबर-नवंबर 2020 में, एनडीए सरकार ने राज्य में विधानसभा चुनाव जीते।

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