तीस्ता सीतलवाड़ हुई गिरफ्तार, सरकार को बदनाम करने की साजिश का आरोप

अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने तीस्ता शेतलवाड, पूर्व IPS संजीव भट्ट और पूर्व DGP आर बी श्रीकुमार के खिलाफ फर्जी दस्तावेज बनाकर साजिश के तहत गलत प्रोसिडिंग शुरू करवाने का मामला दर्ज किया।

Update: 2022-06-25 16:13 GMT

नई दिल्ली: अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने तीस्ता शेतलवाड, पूर्व IPS संजीव भट्ट और पूर्व DGP आर बी श्रीकुमार के खिलाफ फर्जी दस्तावेज बनाकर साजिश के तहत गलत प्रोसिडिंग शुरू करवाने का मामला दर्ज किया। इस मामले में तीस्ता और श्रीकुमार को हिरासत में लिया गया है जबकि संजीव भट्ट पहले से जेल में है। तीस्ता सीतलवाड़ संजीव भट और आर बी श्री कुमार पर आरोप है की ज़ाकिया जाफरी की याचिका को आधार बनाकर फर्जी दस्तावेजों को सही बताकर कानूनी प्रक्रिया चलाई गई और कानून का दुरूपयोग कर अलग अलग कमीशन में पेश किये गए , इस मामले में तीस्ता सीतलवाड़ मुंबई के उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि आर बी श्रीकुमार को गांधीनगर से गिरफ्तार कर लिया है वही संजीव भट्ट पहले से जेल में है।

सुप्रीम कोर्ट में ज़किया जाफरी की याचिका खारिज होने और सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बादके गुजरात एटीएस ने तीस्ता सीतलवाड़ को हिरासत में लिया था और फिर बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने नए सिरे से FIR की है जिसमे बताया गया है की गुजरात को बदनाम किया गया सरकार के खिकाफ साजिश की गयी और तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी को बदनाम किया गया और ऐसा करने के लिए फर्जी दस्तावेज बनाए गये, अब तीस्ता को बताना होगा कि ये फर्जी दस्तावेज किसके कहने पर कहा से कैसे किसके साथ मिलकर बनाया गया , तीस्ता को बताना होगा की सरकार को बदनाम करने केपीछे की साजिश क्या थी ,ये भी बताना होगा की तीस्ता के पिछे कौन लोग थे ,,इस बात का इशारा सुप्रीम कोर्ट ने भी किया है कि जान बूझकर दूसरे के इशारे पर तीस्ता ने ये सब किया है। सुप्रीम कोर्ट ने सीतलवाड़ पर और जांच की जरूरत बताई थी।

कल सुप्रीम कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि किसके कहने पर सीतलवाड़ ने मोदी के खिलाफ 16 साल पर कैंपेन चलाया? इस मामले में स्थानीय पुलिस में केस दर्ज करने के बाद आज क्राइम ब्रांच की टीम इसकी जांच के लिए जुहू स्थित तीस्ता के बंगले पर आई और उन्हें संताक्रूज पुलिस स्टेशन में लेकर आया गया जहां कागजी कार्यवाई कर उन्हें गुजरात अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ले जाया गया है वही इसी मामले में पूर्व DGP आर बी श्रीकुमार को हिरासत में लिया गया है जबकि संजीव भट्ट पहले से जेल में है।

साल 2002 के गुजरात दंगों पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एसआईटी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 55 राजनेताओं और अधिकारियों को मिली क्लीन चिट के खिलाफ जाकिया जाफरी ने याचिका दायर की थी। जिसे शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि कानून का दुरपयोग करना ठीक नहीं। इतना ही नहीं इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी जांच की तारीफ की और तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि जितने लोग कानून का खिलवाड़ करते हैं उनके खिलाफ ऐक्शन लिया जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने तीस्ता सीतलवाड़ का नाम भी लिया और कहा कि सीतलवाड़ के खिलाफ और जांच की जरूरत है।

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