Udaipur Murder : कन्हैयालाल की अंतिम यात्रा में हजारों लोग हुए शामिल, परिवार ने कहा-हत्यारों को फांसी हो

Udaipur beheading : कन्हैयालाल के परिवार के एक सदस्य ने कहा कि पुलिस ने समझाने की जगह यदि कार्रवाई की होती तो यह हत्या नहीं होती। पूरा परिवार दशहत में है। यह अकेले दो-चार लोगों के वश की बात नहीं है। इस हत्याकांड में कई लोग शामिल हैं।

Update: 2022-06-29 07:59 GMT

daipur Murder : उदयपुर में दर्जी कन्हैयालला की हत्या के खिलाफ लोगों काफी आक्रोशित हैं। परिवार न्याय की मांग कर रहा है। परिवार ने दोनों हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की है। वहीं, कन्हैयालाल के अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में लोग उमड़े। स्थानीय लोगों का कहना है कि शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की होती और सुरक्षा दी होती तो कन्हैयालाल की हत्या नहीं हुई होती। परिवार के लोग कन्हैयालाल की हत्या के लिए पुलिस को कसूरवार ठहरा रहे हैं। लोगों का कहना है कि कन्हैयालाल के आठ साल के बेटे और परिवार को इंसाफ मिलना चाहिए।

कन्हैयालाल के परिवार के एक सदस्य ने कहा कि पुलिस ने समझाने की जगह यदि कार्रवाई की होती तो यह हत्या नहीं होती। पूरा परिवार दशहत में है। यह अकेले दो-चार लोगों के वश की बात नहीं है। इस हत्याकांड में कई लोग शामिल हैं। इसमें जिन लोगों की मिलीभगत है उनके खिलाफ भी कार्रवाई और दोनों हत्यारों को फांसी होनी चाहिए। साजिश रचकर कन्हैयालाल की हत्या की गई है। उदयपुर में जिस जगह पर कन्हैयालाल की दुकान है, वहां अभी सन्नाटा पसरा हुआ है, दुकानें बंद हैं और लोग दशहत में हैं। दुकान के पास एक व्यक्ति ने बताया कि कन्हैयालाल सज्जन आदमी थे। वह अपने काम से काम रखते थे। धमकी मिलने के बाद छह दिन तक उन्होंने अपनी दुकान बंद रखी और सांतवें दिन जब दुकान खोली तो उनकी हत्या हो गई।

घटना के बाद से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है। कन्हैयालाल के घर के बाहर जुटे बड़ी संख्या में लोगों ने 'कन्हैयालाल अमर रहे' के नारे लगाए। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार की महिलाओं का कहना है कि दोनों हत्यारों को फांसी की सजा होनी चाहिए।

क्या हुआ था

कन्हैयालाल के फेसबुक पेज पर उनके बेटे ने पैगंबर मोहम्मद के बारे में नुपूर शर्मा के बयान का समर्थन किया था। इसके बाद रियाज मोहम्मद ने कन्हैयालाल को धमकी दी। इस धमकी की शिकायत कन्हैयालाल ने पुलिस से की लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने की जगह दोनों में समझौता करा दिया। धमकी की वजह से कन्हैयालाल ने अपनी दुकान छह दिनों तक बंद रखी। मंगलवार को उन्होंने जब अपनी दुकान खोली तो कपड़े का नाम देने के नाम पर मोहम्मद रियाज और गोस मोहम्मद दुकान में दाखिल हुए। नाप लेने के दौरान दोनों ने धारदार हथियार से कन्हैयाल का गला रेत दिया। फिर वहां से फरार हो गए। इस वीभत्स हत्या से पूरे उदयपुर में सनसनी फैल गई। पुलिस ने दोनों को राजसमंद के पास से गिरफ्तार किया।   

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