आगरा में सर्राफा कारोबारी का पत्नी समेत बेरहमी से कत्ल, हत्या से पहले करंट देकर टॉर्चर किए जाने के सबूत

जानकारी के अनुसार सोमवार रात 8:30 बजे तक ओम प्रकाश को लोगों ने देखा था। कारोबारी रोजाना यहां दाऊजी मंदिर में दर्शन के लिए जाते थे। वे हमेशा अपने पास लाइसेंसी रिवॉल्वर रखा करते,

Update: 2020-01-29 05:52 GMT

कारोबारी की लाइसेंसी िरवॉल्वर गायब, घर में रखा जेवर-नकदी सलामत, पत्नी की गला दबाकर हुई हत्या

आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि उन्होंने सोमवार रात साढ़े 8 बजे के बाद नहीं देखा था कारोबारी को

फर्श पर बिखरे सोने के जेवर, टूटी चूड़ियां और बिजली के तारों से बंधे थे हाथ-पैर

कुछ समय पहले तीन और परिवार रहते थे साथ में थे। कुछ रिश्तेदारों ने पुलिस को बताया कि सोमवार रात 8:30 बजे के बाद उन्होंने ओम प्रकाश को फोन किया था तो उनसे बात नहीं हो सकी थी। मौके पर रात में आया दूध भी पड़ा हुआ मिला है। दूध को उबाला नहीं गया था। पुलिस का मानना है कि रात 8:30 बजे के बाद ही इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया होगा। घटना का पता तब चला जब मंगलवार सुबह नौकरानी काम करने उनके घर पहुंची। मकान का दरवाजा खुला था। घर की रसोई की तरफ जाने पर उसे पति-पत्नी के शव पड़े हुए मिले। घर का सामान भी अस्त-व्यस्त था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने देखा कि सर्राफ और उनकी पत्नी के हाथ बंधे हुए थे। पास में बिजली का तार भी पड़ा था। आशंका है कि हत्यारों ने दंपती को करंट लगाकर यातना दी होगी। मौके पर संघर्ष के निशान थे। लता गुप्ता की टूटी हुई चूड़ियां फर्श पर बिखरी पड़ी थीं। ऐसे में माना जा रहा है कि बदमाशों ने पत्नी को गला दबाकर मारा होगा। वहीं पति के हाथ-पैर तार से बांधकर टेप चिपकाकर करंट लगाकर हत्या किए जाने के सबूत मिले हैं। घटनास्थल पर सोने के आभूषण भी बिखरे थे। अलमारी में रखी चांदी और नकदी सलामत मिले हैं। पुलिस का कहना है कि ऐसा लगता है कि हत्यारों को किसी चीज की तलाश थी। इसी कारण उन्होंने हत्या से पहले दंपती को करंट लगाया।

आगरा के शमसाबाद में बदमाशों ने सोमवार रात शहर के प्रमुख व्यवसायी और सर्राफा कमिटी के अध्यक्ष और उनकी पत्नी को बेरहमी से कत्ल कर दिया। दोनों के शव मंगलवार सुबह उनके मकान में पड़े मिले। हत्यारे उनका लाइसेंसी रिवॉल्वर भी साथ ले गए। दिल दहला देने वाली इस वारदात की खबर फैलते ही इलाके में सनसनी फैल गई। घटनास्थल काफी घनी आबादी वाले क्षेत्र में है, ऐसे में पूरी तरह से बंद और सुरक्षित मकान में घुसकर पति-पत्नी की हत्या किए जाने से हर कोई स्तब्ध है।

असल में सर्राफ ओम प्रकाश मुकलेश गुप्ता (60) सर्राफा कमिटी के अध्यक्ष भी थे। उन्हें बड़ा कारोबारी माना जाता था। वह और उनकी पत्नी लता (55) घर में अकेले ही रहते थे। हालांकि शमशाबाद की मोहल्ला हरसहाय में उनकी दुकान है लेकिन ओमप्रकाश घर से ही कारोबार करते थे। उनका ब्याज के लेनदेन का भी बड़ा कारोबार था। कारोबारी का मकान बेहद पुख्ता बना हुआ है और खिड़की-जंगले भी बेहद मजबूत हैं। पति और पत्नी घर की ऊपरी मंजिल पर रहते थे। पत्नी लता घर से बाहर कम ही निकलती थीं। वह दूध-सब्जी के लिए भी डलिया बांधकर रखती थीं।

जानकारी के अनुसार सोमवार रात 8:30 बजे तक ओम प्रकाश को लोगों ने देखा था। कारोबारी रोजाना यहां दाऊजी मंदिर में दर्शन के लिए जाते थे। वे हमेशा अपने पास लाइसेंसी रिवॉल्वर रखा करते, 

स्थानीय लोगों ने बताया कि मुकलेश की तीन बेटियां - डॉ. प्रियंका गुप्ता, गीता और दीपिका हैं जिनकी शादी हो चुकी है। पहले मुकलेश के मकान में मुकलेश के अलावा जय प्रकाश, सर्वेश और सुभाष चंद्र के परिवार भी रहते थे। ये लोग अब आगरा और धौलपुर में रहने लगे हैं। वारदात के बाद से पुलिस ने घर को सील कर दिया है और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। घटना के संबंध में पुलिस जानकारी जुटा रही है। इस वारदात के बाद इलाके के व्यापारियों में आक्रोश है। मंगलवार को कस्बे के बाजार बंद रहे। परिजनों के मुताबिक, कारोबारी की रिवॉल्वर भी गायब है।

Tags:    

Similar News