अयोध्या: मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन के लिए 5 जगहों की हुई पहचान,यहां देखी गई हैं जमीनें

Update: 2019-12-31 05:58 GMT

लखनऊ। अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा की परिधि के बाहर की भूमि को उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से मस्जिद के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड को पेशकश की गई है। योगी सरकार की तरफ से पंचकोसी परिक्रमा के बाहर मस्जिद के लिए 5 जगहें चिह्नित की गई हैं। मंजूरी के लिए इसे केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा गया है। वही पंचकोसी परिक्रमा 15 किलोमीटर की वह परिधि है जिसे अयोध्या का पवित्र क्षेत्र माना जाता है. फिलहाल प्रशासन की तरफ से चिन्हित की गई पांचों जमीनें इस पंचकोसी परिक्रमा से बाहर है।

सूत्रों के मुताबिक यह जमीन अयोध्या-फैजाबाद हाइवे, अयोध्या-बस्ती रोड, अयोध्या-सुलतानपुर रोड, अयोध्या-गोरखपुर रोड और एक अन्य जगह पर है। सूत्रों ने कहा कि भूमि की पहचान पंचकोसी परिक्रमा से दूर की गई है। ऐसा इसलिए कि कभी हिंदुओं या मुस्लिमों का कोई त्योहार एक साथ हुआ तो उस स्थिति में कोई दिक्कत ना पैदा हो।

बता दें कि 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसले में दशकों से चले आ रहे अयोध्या विवाद पर फैसला सुनाया था. पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में पांच जजों की बेंच ने विवादित जमीन रामलला विराजमान को देने का आदेश दिया. जबकि, कोर्ट ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद बनाने के लिए अयोध्या नगर के अंदर ही अलग जगह 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था.

सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अमल करते हुए अयोध्या प्रशासन लगातार जमीन की तलाश कर रहा था. लंबी कोशिश के बाद अयोध्या प्रशासन ने मलिकपुरा मिर्जापुर, शमशुद्दीनपुर और चांदपुर गांव में मस्जिद के लिए जमीन की पहचान की है. हालांकि मुस्लिम पक्षकार को कौन सी जमीन दी जाएगी इसपर अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है.वहीं मस्जिद के लिए जमीन लेने को लेकर भी मुस्लिम पक्ष एकमत नहीं है. कुछ दिन पहले अयोध्या मामले से जुड़े पक्षकारों में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से जुड़े हुए पक्षकारों ने कहा था कि उन्हें 5 एकड़ जमीन नहीं चाहिए. हालांकि अयोध्या मामले से जुड़े मुख्य पक्षकार हाशिम अंसारी के बेटे इकबाल अंसारी जमीन लेने के पक्ष में दिखे थे।

 

 

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