अयोध्या: राम जन्मभूमि जाने वाले सभी मार्ग पूरी तरह से किए गए सीलबंद

Update: 2019-11-08 06:09 GMT

अयोध्या. उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) ने अयोध्या जमीन विवाद (Ayodhya Land Dispute) को लेकर आने वाले सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था पूरे प्रदेश में कड़ी कर दी है. इसी क्रम में अयोध्या में राम जन्मभूमि (Ram Janmbhoomi) जाने वाले सभी मार्गों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. साथ ही टेढ़ी बाजार से दोपहिया और चार पहिया वाहनों को भी रोक दिया गया है. अब सघन चेकिंग के बाद ही यात्री और श्रद्धालु राम नगरी की तरफ पैदल प्रवेश कर पा रहे हैं.

RAF ने संभाला मोर्चा

उधर संभावित फैसले को लेकर प्रदेश के एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडे ने अयोध्या (Ayodhya) पहुंचकर कमान संभाल ली है. अयोध्या की सुरक्षा को लेकर एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडे ने सर्किट हाउस में पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग भी की.अयोध्या की सुरक्षा में सिविल पुलिस के साथ पीएसी (PAC), आरएएफ (RAF) को लगाया गया है. इसके साथ ही एटीएस (ATS) भी अयोध्या पर नजर रख रही है. खुफिया एजेंसी को सतर्क रखा गया है. ड्रोन कैमरे से अयोध्या की निगरानी की जा रही है.

बुधवार को अयोध्या की सड़कों पर आरएएफ की टीमें नजर आईं. सुरक्षा व्यवस्था में तैनात इन टीमों की चप्पे-चप्पे पर नजर है, जिससे किसी भी अप्रिय स्थिति से समय रहते निपटा जा सके. अयोध्या के एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि अयोध्या के सभी एंट्री पॉइंट पर बैरियर लगाकर चेकिंग की जाएगी. भारी संख्या में पीएसी के जवान अयोध्या पहुंच चुके हैं. जनपद के लगभग दो सौ स्कूलों में सुरक्षाबलों को ठहराया जा रहा है. रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, होटल, धर्मशाला सभी पर पुलिस की नजर है.

प्रशासन कोशिश कर रहा है अस्पताल, स्कूल खुले रहें

उन्होंने कहा कि अयोध्या के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर होगी. हालांकि जिला प्रशासन कोशिश कर रहा है कि अस्पताल स्कूल खुले रहें और अयोध्या का वातावरण सामान्य रहे. बता दें, एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडे पूर्व में अयोध्या में हुए धर्म संसद को सकुशल संपन्न करा चुके हैं. जिससे एक बार फिर शासन ने आशुतोष पांडे पर भरोसा जताया है.

सोशल मीडिया पर पुलिस की पैनी नजर, 16 हजार स्वयंसेवी तैनात

पहले फैजाबाद पुलिस ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री पर नजर रखने के लिए 16 हजार स्वयंसेवियों को तैनात किया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर जब आदेश आयेगा, उस समय शांति कायम रखने के लिए जिले के 1,600 स्थानों पर भी इतनी ही संख्या में स्वयंसेवियों को रखा गया है.

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