पहले सरयू में कूदे, फिर ट्रेन से कटकर दी जान, मेडिकल एजेंसी के मालिक
काफी दिनों से अवसाद में थे,कैंट रेलवे स्टेशन पर मिला शव;
अयोध्या में रविवार को कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 3 पर एक शव की पहचान हो गई है। मृतक आलोक तिवारी निवासी कौशलपुरी कॉलोनी के रहने वाले थेl वे काफी दिनों से अवसाद में चल रहे थेl घटना को लेकर दवा कारोबारियों में गहरा दुख हैl
सोमवार को मर्चरी पहुंचे बेटे ने शव की शिनाख्त की। इसके बाद राजकीय रेलवे पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।रविवार की सुबह अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर खड़े एक 45 वर्षीय शख्स ने सुबह लगभग चार बजे ट्रैक पर छलांग लगा दी थीl मनकापुर की ओर से प्रयागराज जाने वाली सरयू एक्सप्रेस की चपेट में आकर उसकी मौत हो गई थी।रेलवे ट्रैक पर उसका शव की टुकड़ों में कटा मिला था। मामले की सूचना पर मौके पर पहुँची जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त कराने का प्रयास किया था लेकिन सफलता नहीं मिल पाई थी। जिसके चलते जीआरपी पुलिस ने शव को शिनाख्त के लिए मर्चरी में रखवा दिया था।
शहर के पाश कालोनी कौशलपुरी कालोनी के फेज वन स्थित मकान नंबर एमआईजी 16 निवासी असीम तिवारी ने मोर्चरी पहुंच मृतक की शिनाख्त अपने पिता 45 वर्षीय आलोक तिवारी पुत्र शिव मंगल प्रसाद तिवारी के रूप में की।
बताया कि उनके पिता शहर के अलका टावर में दवा का कारोबार करते थे और टावर में उनकी वेस्टर्न मेडिकल एजेंसी के नाम से प्रतिष्ठान है।जीआरपी अयोध्या कैंट के प्रभारी निरीक्षक अरविन्द कुमार तिवारी ने बताया कि मौत की वजह जाने के लिए पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इन्तजार है। प्राथमिक जांच-पड़ताल में आत्महत्या किये जाने की बात सामने आई है।
-बताया जाता है कि अयोधय कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर सरयू एक्सप्रेस से कटकर जान देने वाले दवा कारोबारी 45 वर्षीय आलोक तिवारी पिछले काफी दिनों से मानसिक अवसाद में थे। यह मानसिक अवसाद पारिवारिक कारणों से था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इसी कारण को लेकर उनकी पत्नी भी मानसिक अवसाद का शिकार चल रही हैं। दवा कारोबारी आलोक तिवारी ने शनिवार को रामनगरी अयोध्या में सरयू में कूदकर आत्महत्या की कोशिश की थी,लेकिन घाट पर मौजूद नाविकों,गोताखोरों तथा जल पुलिस के जवानों ने उनको सकुशल बचा लिया था।