गाजियाबाद के मसोता गांव में ताबड़तोड़ पथराव, ठाकुर–जाटव समाज आमने-सामने, पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल
घटना की सूचना मिलते ही डीसीपी, एसीपी और कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई।;
गाजियाबाद (अरुण चंद्रा) : थाना मसूरी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम मसोता में रविवार शाम एक ऐसी घटना हुई जिसने पूरे इलाके को दहला कर रख दिया। मामूली विवाद ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि ठाकुर समाज और जाटव समाज आमने-सामने आ गए और देखते ही देखते गांव में ताबड़तोड़ पथराव शुरू हो गया। घटना से पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल फैल गया। पुलिस के पहुंचने तक स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो चुकी थी।
विवाद की शुरुआत बाइक से टकराव पर पीड़िता सरिता ने जानकारी देते हुए बताया कि उसका बेटा ड्यूटी के लिए जा रहा था। रास्ते में ठाकुर समाज के एक युवक से बाइक को लेकर कहासुनी हो गई। बेटा घर पहुंचा और बताया कि उसे बेवजह मारा गया। सरिता का आरोप है कि जब वह इस मामले में प्रधान से बात करने के बाद ठाकुर समाज के घर की ओर गई, तो रास्ते में कुछ लोगों ने उन्हें रोक लिया और उनसे बदतमीजी की। सरिता का कहना है कि दो लोगों ने उन्हें पकड़कर बेरहमी से पीटा और लगभग 10-11 लोग वहां इकट्ठा हो गए, जिनके पास हथियार भी थे।
शाम होते ही भड़का विवाद, शुरू हुआ पथराव इसी बीच शाम लगभग 7 बजे गांव में अचानक माहौल बिगड़ गया। सरिता के रिश्तेदार बृजेश ने बताया कि जब वे घर पर बैठे हुए थे तभी चारों तरफ से अचानक पथराव शुरू हो गया। पथराव इतना जबरदस्त था कि घरों में रहना मुश्किल हो गया। उन्होंने पुलिस को सूचना दी लेकिन आरोप है कि पुलिस पर भी पथराव किया गया।
पास ही मौजूद महिला संगीता ने कहा कि "पत्थरबाजी इतनी तेज थी कि हम लोग डर गए। किसी तरह हमने घरों में छिपकर अपनी जान बचाई। छोटे-छोटे बच्चे सहमे हुए हैं और हर तरफ पत्थर बिखरे पड़े हैं।" वहीं मौके पर मौजूद एक ग्रामीण योगेश ने बताया कि ठाकुर समाज के लोगों ने एकतरफा हमला किया और जाटव समाज को निशाना बनाकर पथराव किया।
पुलिस बल तैनात, डीसीपी-एसीपी मौके पर पहुंचे
घटना की सूचना मिलते ही डीसीपी, एसीपी और कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। मसूरी के कार्यवाहक एसीपी अमित सक्सेना ने बताया कि बाइक को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था, जिसके बाद पथराव की घटना सामने आई है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए स्थिति को काबू में किया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस तरह की यह पहली घटना है और मामले की जांच निष्पक्ष तरीके से की जा रही है।
गांव में तनाव, पुलिस सतर्क
पथराव के बाद पूरे गांव में तनाव का माहौल है। गांव की गलियों और सड़कों पर जगह-जगह पत्थर बिखरे पड़े दिखाई दिए। छोटे बच्चे और महिलाएं डरी-सहमी हैं। फिलहाल गांव में पुलिस बल तैनात है और हालात पर नजर रखी जा रही है।