मऊ में पेट्रोल पम्प मालिक की हत्या कर रूपये 19 लाख की लूट और गोरखपुर में हत्या के केस में वांछित 50,000 हजार का इनामी STF ने पकड़ा

Update: 2019-10-05 11:05 GMT

एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत दिनों से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में वांछित पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर अपराधिक घटनायें कारित किये जाने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसएसपी एसटीएफ राजीव नारायण मिश्र ने एसटीएफ उत्तर प्रदेश की विभिन्न इकाईयों/टीमों को अभियान चलाकर अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया, जिसके अनुपालन में प्रमेश शुक्ल, पुलिस उपाधीक्षक के पर्यवेक्षण में उपनिरीक्षक संतोष सिंह व पंकज सिंह के नेतृत्व मेें एक टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया।

अभिसूचना संकलन के दौरान विश्वसनीय सूत्रों के माध्यम से ज्ञात हुआ कि उक्त अभियुक्त आसनसोल पश्चिम बंगाल में छिपकर रह रहा था जो आज अपने किसी साथी से मिलने के लिए बड़हलगंज, गोरखपुर आयेगा। इस सूचना पर उपनिरीक्षक संतोष सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ की एक टीम द्वारा जनपद बड़हलगंज, गोरखपुर जाकर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी। अभिसूचना संकलन के क्रम में एसटीएफ की टीम द्वारा उक्त स्थान पर घेराबन्दी कर मुखबिर की निषानदेही पर अभियुक्त झिन्कू राय उर्फ विरेन्द्र राय को गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तार अभियुक्त झिन्कू ने पूछताछ करने पर बताया कि उसके चचेरे भाई संकर्षण राय की वर्ष 1998 में शिवप्रकाश राय द्वारा हत्या कर दी गयी थी और इसके कुछ वर्षाे बाद शिवप्रकाश से उसकेे परिवार का झगड़ा हुआ था जिससे उसके उपर भी धारा 307 भादवि का मुकदमा पंजीकृत हुआ था। वर्ष 2006 में गांव के ही जितेन्द्र राय का अपहरण व हत्या हुई, जिसमें उसके व उसके साथी वेदप्रकाश राय व दिवाकर दूबे के खिलाफ थाना कैण्ट, गोरखपुर में मुकदमा दर्ज हुआ था। 8.अप्रैल.2019 को कस्बा दोहरीघाट के गुप्ता पेट्रोल पम्प पर उसने अपने साथी मन्टू निषाद व गणेश गौड़ के साथ मिलकर लूट की घटना को अंजाम दिया था। पेट्रोल पम्प मालिक उमेष गुप्ता द्वारा विरोध किये जाने पर उसकी गोली मार कर हत्या कर दिया था। वह अपनेे एक करीबी रिश्तेदार जो आसनसोल पश्चिम बंगाल स्थित कोईलरी में काम करते है, के यहां भागकर रह रहा था।

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