योगी सरकार ने बदला गोरखपुर के विंध्यवासिनी पार्क का नाम, बीजेपी के MLC ने दर्ज कराया विरोध

Update: 2019-11-23 08:52 GMT

गोरखपुर. इलाहाबाद और फैजाबाद के बाद अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गोरखपुर के विंध्यवासिनी पार्क (व्ही पार्क) का नाम बदल दिया है. सरकार ने पार्क का नाम बदलकर हनुमान प्रसाद पोद्दार राजकीय उद्यान कर दिया है. वहीं पार्क का नाम बदलने के बाद पर सियासत शुरू हो गई है. पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव व पूर्वी यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने इसे स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान बताते हुए आपत्ति जताई है. वहीं भाजपा एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह भी विरोध में उतर आए हैं.

इसी क्रम में प्रियंका गांधी ने फेसबुक वाल पर आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि यह पार्क हमारे स्वतंत्रता सेनानी हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं. गोरखपुर के विंध्यवासिनी प्रसाद वर्मा जी ने चंपारन सत्याग्रह से लेकर भारत छोड़ो आंदोलन तक गांधी जी के साथ कदम से कदम मिलाकर आजादी की लड़ाई में अपना योगदान दिया था. आज भाजपा सरकार अपने घमंड में चूर होकर विंध्यवासिनी प्रसाद वर्मा जी के नाम पर बने गोरखपुर स्थित पार्क का नाम बदल रही है. ये स्वतंत्रता सेनानी का अपमान है.

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भाजपा एमएलसी ने दर्ज कराया विरोध

भाजपा एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह भी विरोध में उतर आए हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर नाम बदलने का प्रस्ताव वापस लेने की मांग की. उन्होंने कहा कि जिसके नाम पर पार्क का नाम रखा गया था वह महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे. अब पार्क का नाम बदलना स्वतंत्रता सेनानी का अपमान है.

1952 में हुई थी पार्क की स्‍थापना

बता दें कि पार्क में लगे शिलापट के मुताबिक पार्क की स्थापना 1952 में हुई थी. लगभग 35 एकड़ में फैले इस पार्क में प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग सुबह व शाम टहलते हैं. इसके अलावा यहां पर बड़ी संख्या में लोग योग आदि भी करते हैं. बच्चों में भी यह काफी लोकप्रिय है. यह पार्क वी आकार में होने के साथ ही शहर में ग्रीनरी का सबसे बड़ा एरिया है.

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