कानपुर विकास दुबे केस में पुलिस पर पहली बड़ी कार्यवाही, उधर विकास के साले ने कही ये बात!

जबकि पूर्व एसएसपी / डीआईजी अनंतदेव का भी ट्रांसफर किया गया है.

Update: 2020-07-07 17:29 GMT

विकास दुबे केस में अब एक कार्यवाही की खबर सामने आ रही है जहाँ कानपुर के चौबेपुर थाने में पोस्टेड सभी सब इंस्पेक्टर,कॉन्स्टेबल और हेड कॉन्स्टेबल का पुलिस लाइन्स ट्रांसफर कर दिया गया है.  विकास दुबे एनकाउंटर केस में यह पहली बड़ी कार्रवाई हुई है. इससे पहले चार पुलिस कर्मी सस्पेंड किये जा चुके है. जबकि पूर्व एसएसपी / डीआईजी अनंतदेव का भी ट्रांसफर किया गया है. 

आईजी कानपुर रेंज मोहित अग्रवाल ने बताया कि चौबेपुर पुलिस स्टेशन में पूरे पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ जांच के आदेश जारी किए हैं; पुलिस स्टेशन के सभी 68 पुलिस कर्मियों को जिला लाइनों में भेज दिया गया है।

इस केस के जांच अब एडीजी ज़ोन जेएन सिंह से हटाकर अब आईजी ज़ोन लक्ष्मी सिंह को सौंपी गई है. आईपीएस लक्ष्मी सिंह तेज तर्रार अधिकारीयों में गिनी जाती है. उन्होंने आज बिल्हौर सीओ ऑफिस जाकर शहीद सीओ देवेंद्र मिश्र के लेटर की जाँच शुरू कर दी है. 

जबकि मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के निवासी राजू निगम ने कहा कि "विकास दुबे(कानपुर एनकाउंटर का मुख्य दोषी)मेरा बहनोई है. काम के सिलसिले में मैं कहीं गया था और मेरा फोन यहीं छूट गया था. STFयूपी की टीम मेरे बेटे को पता नहीं कहां ले गई है. 15साल से मेरा कानपुर से कोई नाता नहीं है।.चाहे आप मेरी 10साल पुरानी कॉल डिटेल निकाल के देख लें."

वहीँ मध्यप्रदेश के शहडोल जिले की एएसपी प्रतिमा मैथ्यु ने कहा कि यूपी STF की टीम राजू निगम जोकि कानपुर एनकाउंटर के मुख्य दोषी विकास दुबे का साला है कि तलाश में आई थी. उस क्रम में उसके बेटे को पूछताछ के लिए लेकर गई है. आज राजू निगम और उनकी पत्नी ने हमें संपर्क कर पुलिस का पूरा सहयोग करने की सहमति जताई है.

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