प्रधानमंत्री जी के 'जन्म दिवस' पर किसानों का उनके नाम खुला पत्र

Update: 2022-09-17 14:55 GMT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर आज पूरे देश में जहां आज खुशी की लहर दौड़ रही है तो मीडिया में उनके जन्मदिन पर चीता पर बड़ी गंभीर चर्चा हो रही है। इधर किसान नेता डॉ राजाराम त्रिपाठी उन्हे एक पत्र लिखकर बधाई दे रहें है। 

पढिए पूरा पत्र  

दिनांक : 17 सितंबर 2002

स्थान : निज सचिवालय, कोंडागांव, आईफा,

माननीय श्री नरेन्द्र मोदीजी,

प्रधानमंत्री भारत सरकार,

साउथ ब्लॉक, नई दिल्ली -110001

माननीय प्रधानमंत्री जी, आज आपको जन्मदिवस के सुअवसर पर हम करोड़ों करोड़ों किसानों की ओर से हार्दिक बधाई तथा शुभकामनाएं आप दीर्घायु हो और अनंत काल तक भारत तथा अखिल विश्व की सेवा करें, यह हम सब की सच्ची हार्दिक भावना है। माननीय,आज के इस महत्वपूर्ण पावन दिवस पर इस देश के हम समस्त किसानों की ओर से सादर निवेदन है कि, *अखिल भारतीय किसान महासंघ ( आईफा) देश के 45 बड़े किसान संगठनों का महासंघ है अर्थात साझा मंच है।

हमारा यह संगठन लंबे अरसे से किसानों के लिए काम कर रहा है और MSP गारंटी किसान मोर्चा का सदस्य है। वर्ष 2011 में जब आप गुजरात के मुख्यमंत्री थे उस समय कंज्यूमर अफेयर कमेटी के चेयरमैन होते हुए आपने कमेटी की सिफारिशों को लागूकरने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री सरदार मनमोहन सिंह जी को MSP गारण्टी काकानून बनाने के लिए गुजारिश की थी । आज जब आप प्रधानमंत्री हैं तो आप उन्हींसिफारिशों को लागू कर देश के किसानों को MSP गारण्टी कानून देकर इस मामले का हमेशा के लिए हल क्यों नहीं निकालते ।

मान्यवर अभी भी देश कोरोना के संकट से उभरा नहीं है, देश की अर्थव्यवस्था दिनों दिन कमज़ोर हो रही है। इस स्तिथि में अगर 'MSP गारण्टीकानून' लागू हो जाता है, जिससे हर किस्म के अनाज, फल, सब्जी, दूध एवं किसान के द्वारा उत्पादित हर उपज को जब MSP गारण्टी के तहत वाजिब मूल्य का भुगतान/ पैसा मिलेगा तो हर एक एकड़ पर किसान को कम से कम दस हजार रुपया ज्यादा मिलेगा। इसका देश का पद परिचय किसान अभाव ग्रस्त है और अभावग्रस्त किसान अपना पैसा न बैंक में रखता है और न घर पर , वो सीधा बाजार से जरूरी खरीद करता है। तो इससे देश में कम से कम 3-4 लाख करोड़ रुपया अतिरिक्त रूप से बाजार में आएगा तो इससे बाज़ार में उछाल आने से देश की आर्थिक व्यवस्था बेहतर होगी और आपके द्वारा रखे गए 5 ट्रिलियन इकोनॉमी के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में प्रबलता से मजबूती मिलेगी । आपसे गुजारिश है कि आज अपने जन्मदिवस पर घोषणा करते हुए, जल्द से जल्द MSP गारण्टी कानून बनवाकर खेती को घाटे के सौदे से बचाने की कृपा करें। जिससे किसानों की आने वाली पीढ़ी को सुनिश्चित आजीविका मिल सके। आज हमारे गांव में नौजवान खेती करना ही नहीं चाहते।

माननीय सरकार हम किसानों को तो एमएसपी कानून नहीं दे रही लेकिन उद्योगपतियों के लिए MSP (न्यूनतम बिक्री मूल्य) को कानूनी अमलीजामा पहना देती है। मिसाल के तौर पर सरकार चीनी मिलों के फर्जी घाटा दिखाने के कारण चीनी का MSP घोषित करती है, जो आज 31 रुपए प्रति किलो है और जब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चीनी का मूल्य 25-26 रुपए प्रति किलो था तब भी देश में 31 रुपए से कम चीनी नहीं बिक सकती थी।

माननीय आपको याद होगा कि जब सरकार ने पूंजीपतियों को पेट्रोलियम पदार्थ में व्यापार करने की अनुमति दी थी तब उसने इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम आदि सरकारी कम्पनियों को संरक्षण दिया था कि रिलायंस रिफाइनरी इंडियन आयल आदि से कम पर डीजल ओर पेट्रोल नहीं बेचेंगी। मान्यवर जब सरकार निजी चीनी मिलों को MSP का संरक्षण दे सकती है और सरकारी पेट्रोलियम कम्पनियों को भी संरक्षण दे सकती है तो फिर जिन किसानों ने आपकी सरकार बनाई उनको MSP गारण्टी कानून बनाकर उन्हें संरक्षण क्यों नहीं दे सकती ।

प्रधानमंत्री जी आपसे निवेदन है कि आज अपने जन्मदिवस के सुअवसर पर सभी अनाज, सब्जी, फल एवम दूध आदि के लिए 'MSP गारण्टी कानून' की घोषणा कर इसे अनिवार्यतः लागू कराएं जिससे गांवों और देश की तरक्की हो । हम सब का दृढ़ विश्वास है कि यदि आप यह 'एमएसपी गारंटी' कानून लाते हैं तो आपका यह जन्म निश्चित रूप से परम सार्थक होगा, तथा देश व किसानों कीआने वाली पीढ़ियां आपको इस महान सत्कर्म हेतु सदैव याद रखेंगी।

डॉ राजाराम त्रिपाठी

राष्ट्रीय संयोजक अखिल भारतीय किसान महासंघ (आईफा)

(देश के 45 किसान संगठनों का महासंघ )

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