कासगंज पुलिस का बड़ा खुलासा, बलात्कार करके फर्जी केस में फंसाने की फ़िराक में लगे आरोपी वकील को किया गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के कासगंज जनपद में एक वकील द्वारा एक नावालिग़ लड़की को बंधक बनाकर बलात्कार करने की जानकारी पुलिस को मिली. पीडिता के भाई ने लिखित तहरीर देकर एसपी से अपनी बहन को सुरक्षित वापसी लाने के लिए गुहार लगाई. इस नावालिग़ को एक केस के सिलसिले में वकील नारायण पचौरी मिस यूज कर रहा था और बार मुख्यमंत्री के नाम और प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारीयों के नाम पत्र लिखकर लडकी की और से न्याय न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी भी देता था. अभी भी एक जुलाई की धमकी दे चूका था.
एसपी अशोक कुमार ने खुलासा करते हुए बताया कि जनपद के थाना सिड्पुरा के गाँव धनसिंहपुर निवासी सुदामाचरण का गाँव के श्याम सुंदर , रूप किशोर से कुछ जमीनी विवाद था जिसमें सुदामाचरण की नावालिग़ बेटी ने इनके खिलाफ बलात्कार का मामला अंकित कराया. इसके बाद यह नवालिग़ लडकी कासगंज जिले में वकालत कर रहे नारायण पचौरी निवासी बड़ा कोटरा के संपर्क में आई. उस बलात्कार के केस में डॉकटरी में सफल होने के उद्देश्य से आरोपी वकील ने लडकी से शारीरिक सम्बंध भी स्थापित किये. उसके बाद लगातार पुलिस प्रसाशन और प्रदेश के उच्चधिकारियों से न्याय न मिलने पर आत्मदाह करने की चेतावनी के मेल और फेक्स किये. इस दौरान उक्त आरोपी उस नावालिग़ लडकी को अपने साथ लेकर जिले में कई जगह घुमाता रहा, उसके बाद बदायूं लेकर पहुंचा.
एसपी ने बताया उसके बाद इस बात की जानकारी लडकी के भाई ने मुझे एक प्राथना पत्र देकर दी. मैंने नावालिग़ लड़की का मामला होने की वजह से तत्काल संज्ञान लेते हुए कई टीमों का गठन कर इस केस की जाँच में लगाई. इस केस के जाँच अधिकारी सब इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र सिंह ने देर रात लड़की समेत आरोपी वकील नारायण पचौरी को जनपद बदायूं से सकुशल बरामद कर लिया है.
एसपी ने बताया इन जैसे वकीलों का पेशा ही लोंगों को अपनी बातों में झांसे में लेकर उनसे अनावश्यक केस सरकार और वादियों के खिलाफ दर्ज करवाना व् इससे मिलने वाले सरकारी अनुदान में अपना हिस्सा लेना होता है. इसके अलावा इनका कोई कार्य नहीं होता है. इन जैसे लोंगों की जगह केवल जेल है जिससे आम आदमी इनके चक्कर में न आये. आरोपी वकील को जेल भेज दिया गया है.