मेरठ के सर्राफ के यहां डकैती का सनसनीखेज खुलासा, चार बदमाश गिरफ्तार

Update: 2020-01-16 10:16 GMT

मेरठ। कहते हैं कि अपराधी कितना ही शातिर क्यों हो मगर कानून के लंबे हाथ उसे दबोच ही लेते हैं। पुलिस ने ऐसे गिरोह को दबोचा है जिसने क्राइम पेट्रोल सरीखे सीरियल देख कर पुलिस ने बचने का फुलप्रुफ प्लान बना रखा था। इस गिरोह ने मेरठ शहर में सर्राफ के यहां डकैती डालकर लूटपाट की थी। थाना नौचंदी पुलिस ने करीब एक माह पहले सर्राफ की दुकान में हुई डकैती का सनसनीखेज खुलासा करते हुए इस गिरोह के चार अपराधियों को गिरफ्तार कर 11 लाख की नगदी, 16 लाख के जेवरात समेत अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस टीम को एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा भी की गई है।

अपर पुलिस महानिदेशक (ADG) मेरठ जोन प्रशांत कुमार ने बताया कि गत 17 दिसंबर 2019 को थाना नौचन्दी पुलिस को को सूचना मिली कि सैन्ट्रल मार्किट स्थित रतिराम अनिल कुमार ज्वैलर्स के यहां तीन हथियारबन्द बदमाशों द्वारा दुकानदार को गनपाइन्ट पर लेकर लाखों रूपये की ज्वैलरी व नकदी लूट ली गई है । इस सूचना पर थाना नौचन्दी से पुलिस बल मौके पर पहुँचा और घटना के सम्बन्ध मे तत्काल उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया । घटना की सूचना मिलते ही पुलिस का अमला मौके पर पहुंचा। इस संबंध में अक्षय जिन्दल पुत्र पवन जिन्दल की तहरीर पर मु0अ0सं0 812/19 धारा 392,506 भादवि विरूद्ध अज्ञात के पंजीकृत किया गया ।

खुलासे के लिए गठित की गई चार टीमें

एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि घटना को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस महानिरीक्षक मेरठ परिक्षेत्र एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ को घटना का तत्काल प्रभाव से अनावरण करने के लिए निर्देशित किया गया । एसएसपी मेरठ द्वारा घटना को गम्भीरता से लेते हुए चार टीमों का गठन किया गया । उन्होंने बताया कि वे लगातार पुलिस के प्रयासों की समीक्षा करते रहे। और समय-समय पर महत्वपूर्ण सुझाव प्रदान किये गये। उनके मार्गदर्शन में 20 दिसंबर 2019 को मेरठ मे भडकी हिंसात्मक घटनाओं के बावजूद भी घटना के अनावरण मे लगी टीमें अपने कार्य में निरन्तर कार्य करती रही और उनको कानून एवं शांति व्यवस्था के कार्य में नही लगाया गया। जिसके चते क्राइम ब्रांच एवं थाना नौचन्दी पुलिस द्वारा घटना में शामिल चार बदमाशों को गिरफ्तार किया गया।

एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त अक्षय उर्फ विक्की ने बताया कि वह खन्दक बाजार थाना कोतवाली मेरठ का मूल निवासी हैं। सर्राफा बाजार घंटाघर मेरठ पर उसने करीब 05 साल तक कारीगरी का काम किया था। फिर उसका पूरा परिवार मेरठ से शिफ्ट होकर तेलीवाडा थाना फर्श बाजार शाहदरा दिल्ली मे रहने लगा। दिल्ली मे उसने क्रिकेट मैच के सट्टे का काम शुरू कर दिया, जिसमे उसे करीब 26 लाख रूपये का कर्जा हो गया। कर्जा उतारने के लिए इकट्ठा पैसे की आवश्यकता थी, चूँकि वह सुनार का काम जानता था इसलिए उसने अपने साथियो के साथ मिलकर मेरठ मे सुनार की दुकान लूटने की योजना बनायी।

छह माह से कर रहे रैकी

योजना के अनुसार अक्षय उर्फ विक्की और उसके दोस्त लगभग 06-07 महीने से सुनारों की दुकानो की रैकी करते रहे। सैन्ट्रल मार्किट में स्थित रतिराम अनिल कुमार ज्वैलर्स की दुकान के आस-पास भी आकर रैकी की और देखा कि उस ज्वैलर्स की दुकान पर कोई गनमैन या गार्ड नही है। दुकान के अन्दर सीसीटीवी कैमरे लगे थे लेकिन हमारा उनका एक साथी शुभम जो पहले से ही सीसीटीवी कैमरो का काम जानता था, उसने कहा कि इसका डीवीआर वह उतार लेगा और किसी तरह की फुटेज नही मिलेगी। लगभग 06 महीने पहले दुकान को अन्दर से देखने के लिए एक अंगूठी और चैन बनवाने के बहाने से वे दुकान के अन्दर गये और दुकानदार से बातचीत की और पाँच हजार रूपये जमा कराकर चले गये और तीन दिन बाद दोबारा रैकी करने की नीयत से फिर वापस उसी दुकान पर गये और अपना ऑर्डर कैसिंल कराकर अपने पाँच हजार रूपये वापस ले गये।

वारदात के लिए बनाया फुलप्रुफ प्लान

एडीजी ने बताया कि रतिराम अनिल कुमार ज्वेलर्स की दुकान पर दिनांक 11.12.2019 और दिनांक 15.12.2019 को आकर दोबारा रैकी की गई और 17.12.2019 को शुभम, रांझा लाल रंग की अपाचे मोटरसाइकिल से व मधुर एक्टिवा से तेलीवाडा शाहदरा से सुबह करीब 09.00 बजे चले थे। विक्की और उसका साथी सूरज व सचिन बस से मेरठ को चले थे। पूर्व नियोजित योजना के अनुसार सभी लोग पीवीएस मॉल के पास इकट्ठा हुए। उसके बाद विक्की, सचिन और सूरज एक्टिवा लेकर रतिराम अनिल कुमार ज्वैलर्स की दुकान के पास जाकर रैकी की। दोपहर करीब 01.20 बजे जब बाजार में लोगों का आवागमन कम था तो सचिन को वही छोड़कर वापस पीवीएस मॉल पर गये और अपने साथियो को लेकर रतिराम अनिल कुमार ज्वैलर्स की दुकान के पास आये। विक्की साथी सूरज के साथ दुकान के आगे एक्टिवा लेकर खडे रहे और थोडी दूरी पर सचिन निगरारनी करता रहा। रांझा, शुभम तमंचे के साथ व मधुर मय चाकू के दुकान के अन्दर घुस गये और लूट की घटना को अंजाम दिया और घटना को अंजाम देकर वापस दिल्ली चले गये।

क्राइम पैट्रोल सीरीज देखकर बचने के तरीकों पर देते रहे ध्यान

प्रशांत कुमार ने बताया कि घटना करने से पहले वे सभी लगातार क्राइम पैट्रोल देखकर पकडे न जाने के तरीकों पर ज्यादा ध्यान देते थे । इसीलिए उन्होने घटना के बाद घटना मे पहने हुए कपडे उतारकर फेंक दिये और दूसरे कपडे पहन लिये। वापस दिल्ली जाकर उन्होंने अपने सर के बाल व दाढ़ी भी छोटी करा दिये, ताकि उनकी पहचान ना हो सके। घटना मे प्रयुक्त अपाचे मोटरसाइकिल व एक्टिवा उन्होने घटना से पहले ही दिल्ली से चोरी करके अपने पास खडे कर लिये थे। लूटा हुआ माल सोना व चाँदी अक्षय उर्फ विक्की ने अपने घर मे ही गलाकर छोटे-छोटे ठोस टुकडो मे परिवर्तित कर दिया था चूँकि वह सुनार का काम पहले से जानता था। सभी बदमाश मेरठ पुलिस द्वारा गिरफ्तारी किये जाने के डर से बाहर देहरादून, जम्मू, विजयवाडा, जयपुर, बैंगलोर, अमृतसर, शिमला ,चण्डीगढ ,करनाल चले गए। उन्होने फुलप्रूफ प्लान बनाया था और अपने आप को लोकल दिखाने की कोशिश की थी, ताकि पुलिस गुमराह होकर लोकल बदमाशों को ढूंढती रहे और उन लोगों तक ना पहुंच पाए। मेरठ पुलिस की चारो टीमें लगातार दिल्ली, पंजाब, आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना एवं जम्मू मे रैकी करती रहीं।

बताया कि इनसे लूट का माल आदि बरामद है, जो बरामदगी के विवरण के साथ अंकित हैं। अभियुक्त शातिर किस्म के अपराधी है, पूर्व मे भी दिल्ली व अन्य राज्यो मे लूट की घटना कारित कर चुके है। चूँकि अभियुक्त पूर्व में कभी भी घटना के बाद गिरफ्तार नही हुए है और इनका कोई आपराधिक इतिहास भी नही है इसलिए इनकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए बहुत बड़ी चुनौती थी ।

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