मेरठ एसपी ने किया राष्ट्र विरोधी नारों का विरोध, तो मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी को एतराज क्यों?
मेरठ में पुलिस ने दंगा रोकने के लिए लोंगों राष्ट्र विरोधी नारे लगाने पर दिए जबाब से राजनीतिक सरगर्मी तेज.
मेरठ. मेरठ के एसपी सिटी के वायरल वीडियो पर केंद्रीय मंत्री ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि यदि मेरठ के एसपी के कथित वायरल वीडियो में दिया गया बयान सच पाया जाता है तो उन पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए. रविवार को अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ट्वीट कर कहा, 'अगर यह सच है कि उन्होंने वीडियो में यह बयान दिया है, तो यह निंदनीय है. उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए.'
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'किसी भी स्तर पर हिंसा (चाहे वह पुलिस द्वारा हो या भीड़ द्वारा) अस्वीकार्य है. यह लोकतांत्रिक देश का हिस्सा नहीं हो सकता. पुलिस को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जो निर्दोष हैं, वे पीड़ित न हों.'
Union Minister Mukhtar Abbas Naqvi on viral video of Meerut SP:
Union Minister Mukhtar Abbas Naqvi on viral video of Meerut SP: If it is true that he made that statement in the video, then it is condemnable. Immediate action must be taken against him. (28.12.2019) pic.twitter.com/gkb0od3tBs
— ANI (@ANI) December 29, 2019
यह है मामला
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी (NRC) के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के दौरान मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें उन्हें कथित तौर पर उपद्रवियों कह रहे हैं कि 'पाकिस्तान चले जाओ'. एसपी सिटी ने इस पर सफाई देते हुए कहा, 'युवक पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हुए गली में भाग गए थे.'
एडीजी ने किया बचाव
मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने उनका बचाव किया है. उन्होंने शनिवार को इस पर सफाई देते हुए कहा था, 'जिस समय का यह वीडियो है, उस समय देश विरोधी नारे लगाए जा रहे थे. एसपी सिटी ने तनाव के समय किसी तरह स्थिति को नियंत्रित किया. एसपी सिटी आगजनी, तोड़फोड़ और फायरिंग के बीच घिरे हुए थे. एसपी सिटी ने जांबाजी के साथ हालात को कंट्रोल किया.'
एंटी नेशनल नारे लगाए जा रहे थे: ADG
प्रशांत कुमार ने कहा, 'वीडियो से स्पष्ट है कि वहां पहले से पथराव हो चुका था, पड़ोसी देश (पाकिस्तान) के समर्थन में उस वक्त नारे लग रहे थे. उस दौरान एंटी नेशनल नारे लगाए जा रहे थे. पीएफआई के पंप्लेट बांटे जा रहे थे. पुलिस पर पथराव किया जा रहा था. हो सकता है कि एसपी सिटी के शब्दों का चयन गलत हो, लेकिन पुलिस ने किसी के साथ बदसलूकी नहीं की. यही कहा कि किसी को पड़ोसी देश जाना है तो चला जाए, लेकिन पथराव न करे.'