कोर्ट में विधायक के मोबाइल की बजी घंटी, नाराज जज ने तीन घंटे तक कस्टडी में रखने का दिया आदेश

लोग अपने साथ मोबाइल अपनी सुविधा के लिए रखता है, लेकिन कभी-कभी ये मोबाइल भी लोगों का दुश्मन बन जाता है।

Update: 2019-10-20 08:10 GMT

लोग अपने साथ मोबाइल अपनी सुविधा के लिए रखता है, लेकिन कभी-कभी ये मोबाइल भी लोगों का दुश्मन बन जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के कंदरकी से समाजवादी पार्टी विधायक हाजी रिजवान के साथ। मोबाइल की घंटी के वजह से विधायक रिजवान को तीन घंटे तक कस्टडी में रहना पड़ा। दरअसल एक मामले की सुनवाई के लिए विधायक हाजी रिजवान को कोर्ट में मौजूद होना पड़ा। 

सुनवाई के दौरान अचानक समाजवादी पार्टी विधायक हाजी रिजवान के मोबाइल की घंटी बजने लगी। इससे नाराज मामले की सुनवाई कर रहे जज ने उन्हें तीन घंटे तक कस्टडी में रखने का आदेश दिया। करीब तीन घंटे बाद उसे रिहा कर दिया गया।

बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी विधायक हाजी रिजवान को शनिवार को एडीजे-दो कोर्ट बारह साल पुराने मामले में कुंदरकी के विधायक हाजी रिजवान को तलब किया था। विधायक पर आरोप है कि अप्रैल 2007 में वोट डालने का विरोध किया था। विधायक और उनके कार्यकर्ताओं ने लोगों को वोट डालने से रोका था। इस दौरान मारपीट भी की गई थी। इसके बाद से आरोपी विधायक 2008 में हाई कोर्ट से मिली जमानत के बाद बाहर हैं। 

संगीन धाराओं में आरोपी विधायक 2008 से हाई कोर्ट से जमानत पर है। अब जमानत की अवधि बीतने पर कोर्ट ने जवाब देने के लिए तलब किया। आज जब सुनवाई चल रही थी तभी विधायक का फोन बज गया। नाराज कोर्ट ने विधायक को कस्टडी में लेने के आदेश दिए। कस्टडी में रहने के तीन घंटे बाद उन्हें रिहा किया गया।

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