IPS श्लोक कुमार, रायबरेली एसपी, का Exclusive इंटरव्यू

आज हमारी ख़ास मुलाक़ात के मेहमान हैं 2014 बैच के IPS अधिकारी श्लोक कुमार, जो मौजूदा समय में रायबरेली में एसपी के पद पर तैनात हैं.

Update: 2021-01-01 09:54 GMT

रायबरेली : आज हमारी ख़ास मुलाक़ात के मेहमान हैं 2014 बैच के IPS अधिकारी श्लोक कुमार, जो मौजूदा समय में रायबरेली में एसपी के पद पर तैनात हैं. मूल रूप से पटना के रहने वाले हैं पिता सुधीर कुमार बिहार कैडर के IAS अफसर हैं. मां हाउस वाइफ हैं.

'बीआईटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। बीटेक पूरा होने के बाद इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन में सिलेक्‍शन हो गया, वहीँ से इन्होने UPSC की तैयारी की और फिर आईपीएस में सिलेक्ट हुए.

आगरा में एएसपी फिर गाजियाबाद में एसपी सिटी का सफल कार्यभार संभाला जिसके बाद हमीरपुर में एसपी की जिम्मेदारी मिली और पहली बार जिला सँभालने का मौका मिला जिसे बखूबी निभाया, उस दौरान कानपुर का बहुचर्चित विकास दुबे का साथी अमर दुबे जिसने सात पुलिसकर्मियों की जान ली थी उसे घटना के दुसरे दिन ही एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। जिसके बाद अब रायबरेली में कप्तान की भूमिका भलीभांति निभा रहे हैं. 23 अगस्त 2019 को रायबरेली जिले का चार्ज संभाला था। चूंकि रायबरेली जिला राजधानी सीमा का जिला है और राजनीतिक मामले में एक अलग पहचान रखता है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी यहां से लोकसभा सांसद हैं.

श्लोक जी कहते हैं- ''मैं मूल रूप से पटना का रहने वाला हूं। पिता सुधीर कुमार बिहार कैडर के IAS अफसर हैं और मां हाउस वाइफ। पापा को देखकर मैंने सिविल सर्विस में जाने का मन बनाया। पिता ने भी कहा था- इससे अच्‍छी नौकरी और सेवा करने का मौका कहीं नहीं मिल सकता।''

- ''बीआईटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। बीटेक पूरा होते ही इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) ने साल 2010 में कैंपस सिलेक्‍शन कर लिया। उस समय मेरी उम्र 21 साल थी। पहले मैं GRI एग्‍जाम देकर विदेश जाना चाहता था, इसमें अच्‍छा रैंक भी आया, लेकिन सिविल सर्विस की तैयारी के लिए IOC में ज्‍वाइन कर लिया।''

- ''इस बीच मैंने 2 बार प्रिलिम्स का एग्जाम दिया, लेकिन पास नहीं कर सका। मुझे ओवर कॉन्फिडेंस हो गया था कि GRI एग्जाम पास कर लिया, तो प्रिलिम्स क्या चीज है। फेल होने के बाद मन में आया कि सिविल सर्विस की तैयारी छोड़ दूं, लेकिन दोस्तों ने कहा कि तैयारी करो निकल जाएगा।''

- ''IOC में नौकरी के दौरान 6 दोस्‍तों का ग्रुप था। एक बार सभी दोस्त मेरे घर आए। IAS पापा को देखकर दोस्तों ने भी तैयारी का मन बना लिया। उनमें से 4 इस समय सिविल सर्विस में हैं।''

- ''आमतौर पर लोग नौकरी में प्रोडक्टिविटी के समय 3-4 घंटे बातचीत में बर्बाद कर देते हैं। लेकिन मैं बचे समय में तैयारी करता था। सुबह 7 बजे उठकर 2 घंटे न्यूजपेपर पढ़ता था। इसके बाद नौकरी करने चला जाता था। शाम 5 बजे घर पहुंचने के बाद पढ़ाई शुरू कर देता था।''

- ''तैयारी के दौरान हर संडे को हम पार्टी करते थे। सभी दोस्‍त पूरे दिन भूखे रहते थे, देर शाम दिल्‍ली के बार्बेक्‍यूनेशन रेस्त्रां में डिनर होता था। जब तक वेटर आकर हाथ न जोड़ ले, तब तक खाते रहते थे।''

- ''2011-12 में प्रिलिम्स में फेल होने के बाद 2013 में फाइनली मेरा IPS के लिए सिलेक्शन हो गया। मेरा इंटरव्‍यू करीब 45 मिनट तक चला था।''

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