आचार्य प्रमोद कृष्णम को सहारनपुर के मुशायरे में जाने से रोका, बोले- 'ये लोकतंत्र नहीं तानाशाही है'
आचार्य को सहारनपुर में हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक मुशायरे में पहले बुलाया गया फिर रोका गया?
सहारनपुर : कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी जान को खतरा बताया है. आचार्य प्रमोद कृष्णन ने यूपी की योगी सरकार व सहारनपुर ज़िला प्रशासन से अपनी जान को खतरा बताया है. दरअसल, आचार्य आज सहारनपुर में होने वाले एक अखिल भारतीय मुशायरे में शामिल होने गए थे जहां उन्हें बतौर मुख्य-अतिथि निमंत्रित किया गया था. लेकिन अचानक एन वक़्त पर आचार्य प्रमोद कृष्णन का नाम लिस्ट से हटाया दिया गया.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इसे भाजपा की साज़िश बताया और कहा कि सरकार को मेरी बातों से डर लगने लगा है. मुझे हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक मुशायरे में पहले बुलाया गया अब रोका गया. सहारनपुर में है मेरी जान को खतरा है मेरी हत्या हो सकती है. आचार्य आज रात ही वापस सहारनपुर से लौट रहे हैं.
उत्तर प्रदेश सरकार के "दबाव" में आज मुझे सहारनपुर के "मुशायरे"में जाने से रोक दिया गया, कार्यक्रम के आयोजक ने बताया,कि बीजेपी नहीं चाहती कि आचार्य जी को "मुख्य"
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) October 4, 2018
अतिथि बनाया जाये, ये "लोकतंत्र" नहीं "तानाशाही" है.