उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हादसा एक्सीडेंट या कुछ और!

रायबरेली एसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि हादसे की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम की मदद मांगी गई थी. जिसके बाद चार लोगों की टीम रायबरेली पहुंची है.

Update: 2019-07-29 03:53 GMT

रायबरेली में उन्नाव रेप पीड़िता की कार के एक्सीडेंट की जांच करने के लिए लखनऊ फॉरेंसिक विभाग की चार सदस्यीय टीम रविवार को घटनास्थल पहुंची. लेकिन अंधेरा होने की वजह से टीम सोमवार से जांच में जुटेगी कि यह हादसा था या कुछ और. एसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि हादसे की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम की मदद मांगी गई थी. जिसके बाद चार लोगों की टीम रायबरेली पहुंची है. टीम यह पता लगाएगी कि यह हादसा ही था या फिर कुछ और.

बता दें पुलिस इसे हादसा ही मान रही है, लेकिन प्रत्यक्षदर्शी और पीड़िता के परिजन इसे साजिश बता रहे हैं. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जिस वक्त हादसा हुआ उस समय ट्रक की रफ़्तार बहुत ज्यादा थी. उधर हाईप्रोफाइल मामला होने की वजह से पुलिस भी घटना को गंभीरता से ले रही है. लखनऊ के उच्च पुलिस अधिकारी बजी रायबरेली पहुंचे और मौके का मुआयना किया.

ट्रक में आगे के नंबर पर पुती थी कालिख

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ट्रक 100 किमी घंटे की रफ़्तार से दौड़ रही थी. इतना ही नहीं ट्रक में आगे के नंबर पलट पर कालिख पुती थी, जबकि पीछे यूपी 71 एटी 8300 लिखा हुआ है. इस मामले को लेकर भी पुलिस पड़ताल कर रही है कि ऐसा क्यों है. इसकी भी जांच की जा रही है कि कहीं नंबर को लेकर कोई हेरफेर तो नहीं की गई है.

ट्रक चालक गिरफ्तार

हादसे के बाद ट्रक का चालाक मौके से भागकर दूसरे गांव पहुंच गया. लेकिन पुलिस की तत्परत से उसे गिरफ्तार कर लिया गया. चालक का नाम आशीष पाल बताया जा रहा है, जो फतेहपुर जिले का रहने वाला बताया जा रहा है.

जेल में बंद चाचा से मिलकर लौट रही थी पीड़िता

उन्नाव रेप केस की पीड़िता रायबरेली में सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गई है. पीड़िता अपने परिजनों के साथ उन्नाव जेल में बंद चाचा से मिलने जा रही थी. इस दौरान ट्रक और कार की भिड़ंत हो गई. जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है. वहीं पीड़िता और वकील महेंद्र प्रताप सिंह को लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है. वहीं पीड़िता की बहन ने घटना के पीछे विधायक कुलदीप सेंगर के आदमियों का हाथ बताया.

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