मंगलवार देर रात गुजरात से हिन्दू वादी नेता कमलेश तिवारी के हत्यारे गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार कर लिए है. यह जानकारी मिलते है देश के जाने माने वकील प्रशांत भूषण को लोगों ने ट्रोल करना शुरू कर दिया. जिसके मुताबिक उनके द्वारा जब एक आतंकवादी को लेकर रात में सुप्रीमकोर्ट खुलवाया गया था.
तो लिखा है कि "क्या? कमलेश तिवारी के किलर पकडे गये? ओह! चलो दया याचिका की तैयारी करो. आप तैयार करो कि 1. वे तिवारी के भाषण से कट्टरपंथी हो गए. 2. ये गरीब भटके हुए लोग हैं 3. इनको फाँसी दी इनकी 4 बीवी 50 बच्चों का क्या होगा।" "ये सब टाइप करो, मैं अभी रात में सुप्रीम कोर्ट खुलवाता हू.
"Kya? Kamlesh Tiwari ke kiIIers pakde gaye? Oh! Chalo mercy petition ki taiyyari karo. Points honge 1. They were radicalised by Tiwari's speech. 2. Gareeb bhatke log hain 3. Inko phansi di to inki 4 biwi 50 bachho ka kya hoga. Ye sab type karo, mai Supreme court khulwata hu." pic.twitter.com/H0DXNH3tVp
— THE SKIN DOCTOR (@theskindoctor13) October 22, 2019
बता दें कि गुजरात एटीएस ने कमलेश तिवारी के हत्यारोपियों को पकड़ लिया है. कमलेश पर गोली चलाने और चाकू मारने वाले ये दोनों ही आरोपी बताए जा रहे हैं. एटीएस का कहना है कि इन दोनों ने ही कमलेश पर हमला किया था. दोनों आरोपियों के नाम असफाक ओऱ मोईनुद्दीन बताए जा रहे हैं. इनकी गिरफ्तारी गुजरात-राजस्थान बॉर्डर से हुई है. एटीएस का कहना है कि ये दोनों पाकिस्तान भागने की कोशिश में लगे हुए थे.
गुजरात एटीएस ने ऐसे किया खुलासा
एटीएस के डीआईजी हिमांशू शुक्ला ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को ये पता चला है कि नागपुर से गिरफ्तार सैय्यद असीम अली पिछले डेढ़ साल से सूरत से गिरफ्तार आरोपियों रशीद, मोहसीन, और फैज़ान के संपर्क में था. खास बात ये की इस डेढ़ साल के दौरान इन आरोपियों ने एक-दूसरे से बात करने के लिए कभी भी अपने फ़ोन का इस्तेमाल नही किया.
ये लोग हमेशा दूसरे का फ़ोन मांगकर उसमे नया सिम डालकर बात करते थे. कभी कभी तो सड़क चलते किसी का फ़ोन मांगकर उसमे नया सिम डालकर एक-दूसरे से बातचीत करते थे. बातचीत खत्म होने के बात सिम को तोड़कर फेंक देते थे. आरोपियों के बीच हमेशा दो नए सिम से बातचीत होती थी. पुलिस को शक है कि इस तरह से आरोपियों ने सैकड़ों सिम कार्ड का इस्तेमाल बातचीत के लिए किया और फिर उसे तोड़कर फेंक दिया.