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कविता: इसे ऊँचा देखकर गर्व महसूस करता है, भारत का हर नागरिक

कविता: इसे ऊँचा देखकर गर्व महसूस करता है, भारत का हर नागरिक

"स्वतंत्रता दिवस"स्वतंत्रता दिवस, आजादी का है दिन यह हमारा राष्ट्रीय पर्व।आजादी की इस महकती हवा में, हर कोई करता खुद पर गर्व।।अपने प्राणों की आहुति देकर, साहसी शूरवीरों ने लड़ी लड़ाई।मातृभूमि को अपने...

15 Aug 2021 8:03 AM GMT
कविता: राष्ट्र में व्याप्त बुराइयों से संघर्ष करना भी कहलाता है राष्ट्र प्रेम

कविता: राष्ट्र में व्याप्त बुराइयों से संघर्ष करना भी कहलाता है राष्ट्र प्रेम

उल्टे पथ पर यदि चलें तो लक्ष्य नहीं पा सकते है; बोकर बबूल का पेड़, कभी आम नहीं खा सकते हैं।

15 Aug 2021 7:24 AM GMT