अल्पेश ठाकोर का यूटर्न , गुजरात हाईकोर्ट में कांग्रेस को लेकर बोली बड़ी बात
कांग्रेस के बागी विधायक अल्पेश ठाकोर ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने कभी कांग्रेस से इस्तीफ़ा नहीं दिया. ठाकोर ने कहा कि उन्होंने केवल पार्टी के पदों से इस्तीफ़ा दिया है ऐसे में उनके कथित इस्तीफे के न तो स्वीकार हुआ है न ही अस्वीकार.
ठाकोर ने कहा सोशल मीडिया में वायरल हो रहे इस्तीफ़े को आधिकारिक इस्तीफा नहीं कह सकते हैं. दरअसल गुजरात हाईकोर्ट में दायर हलफनामे में यह बात सामने आई है. अल्पेश ने कहा जब उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया ही नहीं तो फिर किस आधार पर पार्टी विधायकी रद्द करने की कार्यवाही कर रही है.
कांग्रेस ने विधायकी रद्द करने की दी थी अर्जी
गौरतलब है कि कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद अल्पेश ठाकोर की विधायकी रद्द करने को लेकर कांग्रेस ने गुजरात हाईकोर्ट में अर्जी की थी उसके बाद कोर्ट ने अल्पेश को नोटिस थमाया था. आज कोर्ट में हलफनामा दायर करने के बाद अल्पेश मीडिया के सामने आए और उन्होंने ये बात कही.
आज हुई सुनवाई
विधानसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक अश्विन कोटवाल की ओर से दायर याचिका विचार के लिए स्वीकार करते हुए जस्टिस एसआर ब्रह्मभट्ट और एपी ठाकेर की पीठ ने त्रिवेदी और ठाकोर को नोटिस जारी करते हुए मामले की सुनवाई की तारीख गुरुवार 27 जून की यानी आज की थी. इस याचिका में कांग्रेस ने यह भी मांग की थी कि जब तक इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष कोई निर्णय नहीं करते हैं तबतक विधायक के तौर पर ठाकोर को उनके अधिकारों का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी जाए .
रिपोर्ट्स की मानें अल्पेश की बात बीजेपी से बन नहीं रही और जब तक बीजेपी का रास्ता न खुले अल्पेश कांग्रेस का दामन जबरन ही सही पकड़े रखना चाहते हैं.
अप्रैल में दिया था पदों से इस्तीफा
बता दें कि अल्पेश ठाकोर ने अप्रैल में कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था. अल्पेश ठाकोर ने अपने इस्तीफे में लिखा था कि मेरा जीवन समाज सेवा के साथ जुड़ा हुआ है, मैं राजनीति में भी अपने समाज और गरीबों की विचारधारा से जुड़ा हुआ हूं, गरीबों के घर में उजाला करने का सपना मैंने देखा है, जिसे पूरा करने के लिए हमेशा आत्ममंथन चलता है. वहीं ठाकोर ने खुद को दरकिनार किए जाने का आरोप लगाया था. उन्होंने कांग्रेस पर उनकी और उनके समुदाय की अनदेखी करने का आरोप लगाया था.