बीजेपी ने फिर लहराया जीत का परचम, दोनों उपचुनाव जीते

Update: 2019-07-05 14:42 GMT

गुजरात में राज्यसभा चुनावों में बीजेपी ने दोनों सीटों पर जीत दर्ज कर ली है. यहां भाजपा उम्मीदवार विदेश मंत्री एस जयशंकर और जुगल ठाकोर ने जीत हासिल की है. केंद्रीय मंत्री अमित शाह और स्मृति ईरानी द्वारा खाली की गई दो राज्यसभा सीटों के लिए हुए चुनावों में बीजेपी को जीत हासिल हुई है.

शुक्रवार को अलग अलग हुई वोटिंग में बीजेपी के उम्‍मीदवार केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उत्तर गुजरात के ओबीसी सेल के सदस्य जुगलकिशोर ठाकोर को विजय मिली. वहीं कांग्रेस ने भी इन दोनों सीटों पर अपने उम्‍मीदवार खड़े किए थे, लेकिन अलग-अलग वोट डालने के कारण उनके उम्‍मीदवार को जरूरी वोट नहीं मिले. ऊपर से कांग्रेस के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग भी की.

इससे पहले शुक्रवार को सुबह 9 बजे से वोटिंग हुई. दो सीटों के लिए चुनाव आयोग (ईसी) के फैसले के अनुसार अलग-अलग मतदान हो रहे हैं. 100 विधायकों की अपनी ताकत के आधार पर, भाजपा के दोनों उम्मीदवार, केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उत्तर गुजरात के ओबीसी सेल के सदस्य जुगलकिशोर ठाकुर राज्यसभा पहुंच गए हैं. कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता चंद्रिका चुडासमा और दक्षिण गुजरात से गौरव पांड्या को उतारा. अपना वोट डालने के बाद, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने संवाददाताओं से कहा, "हमारे पास पर्याप्त ताकत है और मुझे यकीन है कि हमारे दोनों उम्मीदवार आराम से जीतेंगे."

कांग्रेस का कहना है कि उसकी ओर से बागी विधायक अल्‍पेश ठाकोर और धवल सिंह झाला ने क्रॉस वोटिंग की है. कांग्रेस ने इनके वोट अमान्‍य करने की मांग भी की है. विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर रूपाणी ने इस आरोप का मजाक उड़ाया और कहा, "यह कांग्रेस है जिसे इन सब बातों का डर है क्योंकि उन्होंने अपने विधायकों का विश्वास खो दिया है और अपने सदस्यों को किसी रिसॉर्ट में ले जाना पड़ा. हमें कोई चिंता नहीं है. हमारे पास संख्या है. हम कभी भी विधायकों की खरीद-फरोख्त में शामिल नहीं होते."

विधायकों की खरीद-फरोख्त और क्रॉस वोटिंग के डर से, कांग्रेस ने पहले की योजना को रद्द करते हुए हुए 71 विधायकों में से 60 को राजस्थान के माउंट आबू के बजाय उत्तरी गुजरात के पालनपुर में एक लक्जरी रिसॉर्ट में पहुंचा दिया. वोट डालने के लिए कांग्रेस विधायकों से भरी बस दोपहर के आसपास पहुंची. कांग्रेस के बागी विधायक अल्पेश ठाकोर, जिन्होंने लोकसभा चुनावों में पार्टी के सभी पदों को छोड़ दिया था, उन्होंने भी अपना वोट डाला, लेकिन यह पता नहीं चला कि उन्होंने किस पार्टी को वोट दिया.

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक कांधल जडेजा ने यह बताने से इनकार कर दिया कि उन्होंने किस पार्टी को वोट दिया है और बस इतना कहा कि मेरे पास पार्टी का आदेश है और उसी के अनुसार मतदान किया है. मैं इस बारे में विस्तार से खुलासा नहीं कर सकता."

Tags:    

Similar News