डीएम साहब ने कहा है कि बचपन में वे भी अपने पिता की अटैची पर बैठ जाते थे

दिल्ली में मयूर विहार स्टेशन के बाहर। सीट पर सो रहे बच्चे को देखिए। एक डीएम साहब ने कहा है कि बचपन में वे भी अपने पिता की अटैची पर बैठ जाते थे।

Update: 2020-05-15 08:37 GMT

इंडियन एक्सप्रेस में पहले पन्ने पर प्रकाशित गजेन्द्र यादव की फोटो। गुरुवार तड़के चार बजे की। एक प्रवासी परिवार उत्तर प्रदेश में अपने घर की ओर, दिल्ली में मयूर विहार स्टेशन के बाहर। सीट पर सो रहे बच्चे को देखिए। एक डीएम साहब ने कहा है कि बचपन में वे भी अपने पिता की अटैची पर बैठ जाते थे।

पीएम केयर्स में ऐसा पैसा लेने को आप क्या कहेंगे? रिश्वत, दलाली, कमीशन या कुछ और? सशर्त चंदे को भी चंदा ही कहेंगे? दिलचस्प यह भी है कि केरल (में बाढ़ आई थी तब) को विदेश से सहायता नहीं लेने देने के पीछे भी कुछ तर्क दिए गए थे। अगर वो वैध और नैतिक थे तो अब इसे क्या कहा जाए?

 ये दिल्ली से दौलताबाद और दौलताबाद से दिल्ली का नया रूप है 

रेलवे ने जून 30 तक बुक की सभी टिकट रद्द कर दी है और यात्रियों को पूरी वापसी का वादा किया है। हालांकि, श्रमिक स्पेशल या 12 मई को शुरू होने वाली विशेष ट्रेनों के 15 जोड़े जारी रहेंगे।

रेलवे ने कहा कि कुल 800 श्रमिक विशेष विभिन्न राज्यों से 14 मई तक चलाए गए थे, 10 लाख से अधिक लोगों को फेरी । इसके अतिरिक्त, विशेष ट्रेनों के लिए अब तक 2.34 करोड़ से अधिक यात्रियों के 1.25 लाख से अधिक टिकट बुक किए गए हैं । अप्रैल में रेलवे ने घोषणा की कि ई-टिकट सहित अग्रिम आरक्षण को अगली सुचना तक चालू नहीं किया जाएगा।

 मेल / एक्सप्रेस, यात्री और उपनगरीय सेवाओं सहित नियमित यात्री सेवा को आगे चलने की बाद अगले आदेश तक रद्द कर दिया गया है... सक्षम प्राधिकरण ने चाहा है कि 30 जून, 2020 मई तक की अवधि के लिए उपरोक्त ट्रेनों के लिए सभी टिकट बुक किए गए हैं वो रद्द हो और प्रावधानों के अनुसार इन टिकटों की धनवापसी हो,," रेलवे ने अपने आदेश में कहा है. 

रेलवे ने मार्च 22. से ज्यादातर यात्री सेवाओं को निलंबित कर दिया है. हालांकि धीरे-धीरे-धीरे संचालन को फिर से शुरू करने के प्रयासों के हिस्से के रूप में, इस महीने में घोषणा की कि 15 जोड़े विशेष ट्रेनें नई दिल्ली से चलाई जाएंगी. 

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