PM मोदी और बांग्लादेश की PM शेख हसीना की हुई मुलाकात, द्विपक्षीय वार्ता में कई समझौतों पर लगी मुहर
भारत-बांग्लादेश के बीच हुए 7 समझौते, दिल्ली में PM मोदी और शेख हसीना की द्विपक्षीय वार्ता हुई।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत दौरे पर हैं। शनिवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शेख हसीना की मुलाकात हुई। PM मोदी और शेख हसीना की द्विपक्षीय वार्ता हुई। भारत और बांग्लादेश के बीच ट्रांसपोर्ट, कनेक्टिविटी समेत 7 समझौते पर हस्ताक्षर हुए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि मोदी और हसीना संयुक्त रूप से 3 परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे।
रवीश ने बताया कि भारत और बांग्लादेश के बीच कभी नजदीकी संबंध नहीं रहे। निश्चित रूप से दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर बातचीत होगी। जब हम द्विपक्षीय रिश्ते की बात कहते हैं तो इसका मतलब है कि दोनों देश संबंधों को नई दिशा में आगे बढ़ाने के लिए सकारात्मक पहल करने वाले हैं। प्रधानमंत्री मोदी और हसीना के बीच विकास, सहयोग, लोगों को आपस में जोड़ने, संस्कृति और आपसी हितों के मुद्दे पर चर्चा होगी।
Delhi: Prime Minister of Bangladesh Sheikh Hasina and Prime Minister Narendra Modi witness exchange of agreements, and inaugurate of bilateral projects between India & Bangladesh. pic.twitter.com/PdjcVfasd2
— ANI (@ANI) October 5, 2019
नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) के मुद्दे पर रवीश ने कहा कि पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में हो रहा है। फिलहाल इस पर टिप्पणी करना ठीक नहीं हैं। पूरी प्रक्रिया होने के बाद ही इस पर कुछ कहना ठीक होगा।
आपको बतादें हसीना ने शुक्रवार को भारत-बांग्लादेश बिजनेस फोरम को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ''प्याज से थोड़ी दिक्कत हो गई हमारे लिए। मुझे मालूम नहीं क्यों आपने प्याज भेजना बंद कर दिया। थोड़ा सा नोटिस अगर देते तो दूसरी जगह से ला सकते थे। मैंने कुक को बोल दिया अब से खाने में प्याज डालना बंद कर दो। आगे से अगर किसी भी तरह से ऐसा कुछ करना है, तो हमें थोड़ा पहले बता देना।'' हसीना से यह बात हिंदी में सुनकर वहां मौजूद लोग भी हैरान रह गए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस मामले पर कहा कि हम कोशिश कर रहे हैं कि प्याज पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने जो चिंताएं जाहिर की हैं, उनका समाधान किस प्रकार किया जा सकता है। 29 सितंबर को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने हर तरह के प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी थी।