जानिए क्या हुआ था ननकाना साहिब गुरुद्वारे में, जिसको लेकर मचा है बवाल

Update: 2020-01-04 11:39 GMT

नई दिल्ली। पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारा पर शुक्रवार को बड़ा हमला हुआ है. भीड़ ने ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर पथराव किया. साथ ही ननकाना साहिब गुरुद्वारे का नाम बदलने और सिखों को वहां से भगाने के नारे भी लगाए. इस दौरान काफी संख्या में सिख श्रद्धालु ननकाना साहिब गुरुद्वारे में फंस गए हैं और वहां से जल्द से जल्द निकालने की मांग की है।

हमला करने वाली भीड़ की अगुवाई मोहम्मद हसन का भाई कर रहा था. मोहम्मद हसन ने ही सिख लड़की जगजीत कौर को अगवा किया था और उससे निकाह कर लिया था. मोहम्मद हसन के भाई ने कहा कि सिखों ने जगजीत कौर को वापस भेजने के लिए दवाब डाला, लेकिन यह कभी नहीं होगा, क्योंकि वह अब मुस्लिम बन चुकी है.

मोहम्मद हसन के भाई ने यह भी दावा किया कि जगजीत कौर मेरे भाई और इस्लाम को भी नहीं छोड़ना चाहती है. उसने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि ननकाना साहिब में एक भी सिख न रह जाए. साथ ही ननकाना साहिब का नाम बदलकर जल्द ही गुलाम-ए-मुस्तफा रखा जाएगा.

इस भीड़ की अगुवाई मोहम्मद हसन के परिवार ने की थी, जिस पर सिख लड़की जगजीत कौर का जबरन धर्मांतरण कराने का आरोप है। घटना के बाद बड़ी तादाद में पुलिस तैनात की गई है, लेकिन हालात तनावपूर्ण हैं। घटना से सिख समुदाय में आक्रोश है।

जानकारी के अनुसार जगजीत कौर उर्फ आयशा के साथ शादी करने वाले मोहम्मद एहसान के भाई मोहम्मद इमरान के साथ आए मुसलमानों ने गुरुद्वारा साहिब को घेर लिया था। पहले उन्होंने गुरुद्वारा साहिब के मुख्य प्रवेश द्वार के बाहर बैठकर प्रदर्शन किया। इसके बाद गुरुद्वारे के मुख्य प्रवेश द्वार पर पथराव किया गया।

गेट बंद करने पर गुरुद्वारा साहिब के भीतर भी पत्थर फेंके गए। प्रदर्शनकारियों ने धमकी दी कि इस शहर का नाम बदलकर गुलाम-ए-मुस्तफा कराएंगे। कोई सिख ननकाना में नहीं रहेगा। यह प्रदर्शन लगभग चार घंटे चला था। इस कारण गुरुद्वारे के आसपास की दुकानें बंद हो गईं।

इस दौरान गुरुद्वारे में मौजूद संगत डरकर प्रदर्शनकारियों के जाने के बाद भी काफी देर तक वहीं बैठी रही। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कई पत्थरबाजों को गिरफ्तार किया है। इसके बाद संगत वहां से निकली। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। 



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