गुरुवार 26 दिसंबर को साल 2019 का अंतिम सूर्य ग्रहण लग रहा है। पंचांग की गणना बताती है कि करीब 58 साल बाद लगने जा रहा यह अद्भुत सूर्य ग्रहण 5 घंटे 36 मिनट का होगा। इस दिन लगने जा रहा सूर्य ग्रहण ना सिर्फ काफी लंबा है बल्कि इस साल भारत में दिखने वाला पहला सूर्य ग्रहण भी है।
सूर्यग्रहण को नग्न आंखों से देखने पर सूर्य का तेज उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है। ग्रहण देखने के लिए केवल ऐसे चश्मे उपयोग किए जाने चाहिए, जो आईएसओ 12312-2 सर्टिफाइड हों। यह सुझाव अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने दिया है। हालांकि वेल्डिंग के दौरान उपयोग होने वाले चश्मे या पिनहोल प्रोजेक्टर के जरिये भी सूर्यग्रहण देखा जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सूर्य ग्रहण का नजारा देखा। उन्होंने ट्विटर हैंडल से तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, "बहुत से भारतीयों की तरह मैं भी सूर्य ग्रहण को लेकर उत्सुक था. दुर्भाग्य से बादलों की वजह से मैं सूर्य ग्रहण नहीं देख सका लेकिन कोझिकोड में सूर्य ग्रहण की झलकें देखीं. विशेषज्ञों के साथ बातचीत कर इस विषय पर मेरा काफी ज्ञानवर्धन हुआ."
Like many Indians, I was enthusiastic about #solareclipse2019.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 26, 2019
Unfortunately, I could not see the Sun due to cloud cover but I did catch glimpses of the eclipse in Kozhikode and other parts on live stream. Also enriched my knowledge on the subject by interacting with experts. pic.twitter.com/EI1dcIWRIz
पीएम मोदी ने की खगोलविदों से की बातचीत