मोहन भागवत बोले- भारत हिंदुओं का देश, इसीलिए दुनिया में सबसे सुखी मुसलमान यहां मिलेंगे

संघ प्रमुख ने भुवनेश्वर में बुद्धजीवियों की एक बैठक में यह बयान दिया

Update: 2019-10-13 09:33 GMT

भुवनेश्वर : संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि आरएसएस किसी समुदाय से नफरत नहीं करता। ओडिशा के भुवनेश्वर में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि भारत हिंदुओं का देश है, इसीलिए सभी धर्म यहां सुरक्षित हैं। दुनिया का सबसे सुखी मुसलमान भारत में मिलेगा। पारसी और यहूदी धर्म भी भारत में सुरक्षित हैं। भागवत ने कहा कि संघ का उद्देश्य भारत को भविष्य की ओर ले जाने का है और इसके लिए हिंदुओं को बदलना नहीं, बल्कि पूरे समाज को संगठित करना होगा।

नौ दिन के दौरे पर ओडिशा पहुंचे भागवत शनिवार को बुद्धिजीवियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। भागवत ने कहा कि मेरी इच्छा है कि संघ से इस बात का ठप्पा हट जाए कि वह समुदाय विशेष का संगठन है। भागवत ने देश की विविधता को लेकर कहा, "संपूर्ण देश एक तार में बंधा हुआ है।'

हिंदू भारत के निवासियों के सांस्कृति विरासत

संघ प्रमुख ने कहा, "भारत हिंदुओं का राष्ट्र है। हिंदू किसी पूजा का नाम नहीं। किसी भाषा का नाम नहीं। किसी प्रांत-प्रदेश का नाम नहीं। एक संस्कृति का नाम है। जो भारत में रहने वाले सबकी सांस्कृतिक विरासत है। यह दुनिया में सभी विविधताओं का सम्मान करने वाली संस्कृति है। भारत के लोग अलग संस्कृति, भाषा, भौगोलिक स्थानों के बाद भी खुद को एक मानते हैं। एकता की इस अनोखी भावना के कारण मुसलमान, पारसी जैसे विभिन्न धर्मों के लोग देश में सुरक्षित महसूस करते हैं।

समाज को अच्छे नेतृत्वकर्ताओं की जरूरत

भागवत ने कहा कि सही तरीका यह है कि समाज में बदलाव लाने के लिए जरूरी है कि हर गली, ग्रामीण स्तर पर सही व्यक्ति को तैयार किया जाए, जो चारित्रिक रूप से अच्छा और नेतृत्व क्षमता वाला हो।

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