नई दिल्ली : दिल्ली की केजरीवाल सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर पूछा है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आईएसआई के एजेंट हैं। मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री देशविरोधी शक्तियों के सामने आत्मसमर्पण करने में लगे हैं।
कपिल मिश्रा ने ऐसा पठानकोट हमले की जांच के लिए पाकिस्तान की टीम को भारत आने की अनुमति देने के सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए कहा है। कपिल मिश्रा ने कहा है कि जिस तरह पीएम भारत विरोधी ताकतों के सामने आत्मसमर्पण कर रहे हैं, वे काफी गंभीर हैं।
Do we have a ISI agent as PM now?? Its very serious the way PM is surrendering to anti India forces?
— Kapil Mishra (@KapilMishraAAP) April 5, 2016
कपिल मिश्र ने एक दूसरे ट्वीट में कहा है कि आईएसआई की रिपोर्ट पर भाजपा चुप क्यों है? हमें यह बताया जाए कि नवाज़ और मोदी के बीच किस तरह का समझौता है। मोदी देश से मांफी मांगें और जवाब दें।'
ISI की रिपोर्ट पर भाजपा चुप क्यों?Tell us wht ws the deal between Nawaj & Modi मोदी देश से माफ़ी मांगे। He shd speak up #ModiSellsIndiatoPak
— Kapil Mishra (@KapilMishraAAP) April 5, 2016
इसके पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी उसी रिपोर्ट का हवाला देते हुए बीजेपी और आरएसएस के इरादों पर सवाल उठाया था। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- 'मुंह में राम बगल में छुरी। BJP-RSS वाले मुंह से 'भारत माता की जय' बोलते हैं और ISI को बुलाकर भारत माता की पीठ में छुरा भोंक देते हैं।
मुँह में राम बग़ल में छुरी। BJP/RSS वाले मुँह से "भारत माता की जय" बोलते है और ISI को बुलाकर भारत माता की पीठ में छुरा भोंक देते हैं।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 5, 2016
हालांकि इस पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन माना जा रहा है कि इस पर आपत्ती ली जा सकती है।
बता दें कि पठानकोट एयरफोर्स बेस पर आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तानी JIT की रिपोर्ट लीक हो गई है, जिसमें हमले को भारत द्वारा किया गया नाटक करार दिया गया है। JIT की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि हमलावर पाकिस्तान से घुसे थे। यह दावा JIT की रिपोर्ट के हवाले से टीवी चैनल पाकिस्तान टुडे ने किया। इस जांच रिपोर्ट में जेआईटी ने आरोप लगाया कि भारत ने जांच में सहयोग नहीं दिया।