LIVE : पीएम ने दी विपक्ष को चुनौती, आप मोदी को गाली दो, विरोध करो, मोदी का पुतला जलाओ। लेकिन देश की संपत्ति मत जलाओं,

Update: 2019-12-22 07:33 GMT

नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की 1734 अवैध कॉलोनियों को नियमित करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देने के लिए रामलीला मैदान में बीजेपी की रैली चल रही है. इस रैली में दिल्ली की कॉलोनियों को नियमित करने पर दिल्ली बीजेपी पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दे रही है. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के रामलीला मैदान में 'धन्यवाद रैली' को संबोधित कर रहे हैं। पीएम ने मैदान में मौजूद लोगों से तीन बार नारे लगवाए, विविधता में एकता, यही भारत की विशेषता।

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कुछ लोग CAA को गरीबों के खिलाफ ही बता रहे हैं, कह रहे हैं कि जो लोग आएंगे वो यहां के गरीबों का हक़ छीन लेंगे। अरे झूठ फ़ैलाने से पहले कम से कम गरीबों पर तो दया करो भाई

लड़कियों को धार्मिक रूप से धर्मांतरित किया जाता है और पाकिस्तान में शादी करने के लिए मजबूर किया जाता है। यह अच्छी तरह से प्रलेखित है। यह केवल इसलिए होता है क्योंकि वे एक अलग धर्म का पालन करते हैं। ये लोग ऐसे धार्मिक उत्पीड़न के कारण ही भारत आए हैं।

कुछ दलित नेता भी बिना कुछ समझे दलदल में उतर गए। उन्हें यह समझने की जरूरत है कि पाकिस्तान से आए शरणार्थी ज्यादातर दलित हैं। ये दलित लोग पाकिस्तान में बंधुआ मजदूर के रूप में कार्यरत थे

अब भी जो भ्रम में हैं, मैं उन्हें कहूंगा कि कांग्रेस और अर्बन नक्सलियों द्वारा उड़ाई गई डिटेन्शन सेंटर की अफवाह सरासर झूठ हैं। जो हिंदुस्तान की मिट्टी के मुसलमान हैं, उनसे नागरिकता कानून और NRC दोनों का ही कोई लेना-देना नहीं है यह अधिनियम केवल उन लोगों पर लागू होगा जो कई वर्षों से भारत में रह रहे हैं। नागरिकता संशोधन अधिनियम से किसी भी नए शरणार्थी को लाभ नहीं होगा।

कांग्रेस और उसके साथी, शहरों में रहने वाले कुछ पढ़े लिखे नक्सली -अर्बन नक्सल, ये अफवाह फैला रहे हैं कि सारे मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में भेज दिया जाएगा। कुछ तो अपनी शिक्षा की कद्र करिए। एक बार पढ़ तो लीजिए नागरिकता संशोधन एक्ट है क्या?

जिस तरह के झूठ फैलाए जा रहे हैं, उसे देखकर चौंकना लाजिमी है। कुछ लोग यहां तक कह रहे हैं कि सीएबी देश के गरीब लोगों के खिलाफ है। भारत के मुसलमानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। सीएबी और एनआरसी देश के मुसलमानों पर लागू नहीं होगा। यह सफ़ेद झूठ है

नागरिकता संशोधन कानून भारत के किसी नागरिक के लिए, चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान, के लिए है ही नहीं। ये संसद में बोला गया है। ये कानून का इस देश के अंदर रह रहे 130 करोड़ लोगों से कोई वास्ता नहीं है

मैं देश के युवाओं से अनुरोध करता हूं कि वे अधिनियम को विस्तार से पढ़ें और शहरी नक्सलियों और कांग्रेस द्वारा फैलाए जा रहे नजरबंदी केंद्रों की अफवाहों के शिकार न हों। यह एक झूठ है और देश को विभाजित कर रहा है।

वोट बैंक की राजनीति करने वाले और खुद को भारत का भाग्य विधाता मानने वाले, आज जब देश की जनता द्वारा नकार दिए गए हैं, तो इन्होंने अपना पुराना हथियार निकाल लिया है- बांटों, भेद करो और राजनीति का उल्लू सीधा करो।

झूठ बेचने वाले, अफवाह फैलाने वाले इन लोगों को पहचानने की ज़रूरत है। ये 2 तरह के लोग हैं। एक वो लोग जिनकी राजनीति दशकों तक वोटबैंक पर ही टिकी रही है। दूसरे वो लोग जिनको इस राजनीति का लाभ मिला है।

130 करोड़ भारतीयों का कैब से कोई संबंध नहीं है। NRC के बारे में बहुत सारे झूठ फैलाए जा रहे हैं। यह कांग्रेस शासन के दौरान बनाया गया था। तब प्रदर्शनकारी कहां थे? हमने इसे नहीं बनाया, न ही हम इसे संसद में लाए या इसकी घोषणा की।

ये लोग उपदेश दे रहे हैं, लेकिन शांति के लिए एक शब्द बोलने के लिए तैयार नहीं हैं, हिंसा रोकने के लिए एक शब्द बोलने के लिए तैयार नहीं है। इसका मतलब है कि हिंसा को, पुलिस पर हो रहे हमलों को आपकी मौन सहमति है। ये देश देख रहा है।

जब कोई संकट या मुश्किल आती है तो ये पुलिस न धर्म पूछता है न जाति पूछता है, न ठण्ड देखता है न बारिश देखता है और आपकी मदद के लिए आकर खड़ा हो जाता है।

अब जब देश के लोगों ने उन्हें खारिज कर दिया है, तो वे विभाजन और शासन के अपने पुराने उपायों पर वापस चले गए हैं। नागरिकता संशोधन अधिनियम भारत के किसी भी नागरिक पर लागू नहीं होता है, भले ही वह अपने धर्म से जुड़ा हो।

पुलिस वालों को अपनी ड्यूटी करते समय हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है। जिन पुलिसवालों पर ये लोग पत्थर बरसा रहें हैं, उन्हें जख्मी करके आपको क्या मिलेगा?आज़ादी के बाद 33 हजार से ज्यादा पुलिसवालों ने, शांति के लिए, आपकी सुरक्षा के लिए शहादत दी है।

100 साल पुराने राजनीतिक दलों से संबंधित राजनेता शांति के लिए आवाज नहीं उठा रहे हैं। वे पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों पर की जा रही हिंसा पर मज़बूर हैं। यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि आप इससे सहमत हैं।

पुलिस वालों को अपनी ड्यूटी करते समय हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है। जिन पुलिसवालों पर ये लोग पत्थर बरसा रहें हैं, उन्हें जख्मी करके आपको क्या मिलेगा? आज़ादी के बाद 33 हजार से ज्यादा पुलिसवालों ने, शांति के लिए, आपकी सुरक्षा के लिए शहादत दी है

मैं इन लोगों को कहना चाहता हूं कि मोदी को देश की जनता ने बैठाया, ये अगर आपको पसंद नहीं है, तो आप मोदी को गाली दो, विरोध करो, मोदी का पुतला जलाओ। लेकिन देश की संपत्ति मत जलाओं, गरीब की रिक्शा मत जलाओं, गरीब की झोपडी मत जलाओं।

स्कूल बसों पर हमले हुए, ट्रेनों पर हमले हुए, मोटर साइकिलों, गाड़ियों, साइकिलों, छोटी-छोटी दुकानों को जलाया गया है, भारत के ईमानदार टैक्सपेयर के पैसे से बनी सरकारी संपत्ति को खाक कर दिया गया है। इसके बाद इनके इरादे कैसे हैं, ये देश अब जान चुका है।

आज जो लोग कागज-कागज, सर्टिफिकेट-सर्टिफिकेट के नाम पर मुस्लिमों को भ्रमित कर रहे हैं, उन्हें ये याद रखना चाहिए कि हमने गरीबों की भलाई के लिए, योजनाओं के लाभार्थी चुनते समय कभी कागजों की बंदिशें नहीं लगाईं।

देश झूठे दावों को स्वीकार नहीं करेगा कि मैं लोगों के अधिकारों को छीन रहा हूं। मैं इन झूठे अफवाहों को चुनौती देता हूं कि लोग मेरे किसी भी फैसले में पक्षपात न करें। पिछले पांच वर्षों में, हमारे सरकार ने गरीबों के लिए 1.5 करोड़ से अधिक घर बनाए हैं। हमने उनका धर्म नहीं पूछा। हमने सिर्फ गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की।

मैं उनसे जानना चाहता हूं, क्या जब हमने दिल्ली की सैकड़ों कॉलोनियों को वैध करने का काम किया, तो किसी से पूछा क्या कि आपका धर्म है, आपकी आस्था क्या है, आप किस पार्टी के समर्थक हैं।

लेकिन नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद कुछ राजनीतिक दल तरह-तरह की अफवाहें फैलाने में लगे हैं, लोगों को भ्रमित कर रहे हैं, भावनाओं को भड़का रहे हैं ।

मैं उन लोगों से पूछना चाहता हूं जो सीएए के बारे में झूठी अफवाहें फैला रहे हैं, क्या हमने किसी से उनके धर्म या राजनीतिक मान्यताओं के बारे में पूछा जब हमने दिल्ली में अनधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करने का निर्णय लिया ।

ये लोग किस तरह अपने स्वार्थ के लिए, अपनी राजनीति के लिए किस हद तक जा रहे हैं, ये आपने पिछले हफ्ते भी देखा है। जो बयान दिए गए, झूठे वीडियो, उकसाने वाली बातें कहीं, उच्च स्तर पर बैठे लोगों ने सोशल मीडिया में डालकर भ्रम और आग फैलाने का गुनाह किया है। 

देश में हर दिन दिल्ली में सबसे ज्यादा वाटर प्यूरीफायर खरीदे जाते हैं। जो लोग प्यूरीफायर नहीं लगा सकते हैं, लेकिन हर दिन 40-50 रुपये की बोतल देते हैं, या अशुद्ध पानी के साथ करते हैं आज दिल्ली में जो राज्य सरकार है, वो यहां की सबसे बड़ी समस्या से आंख मूंद कर बैठी है। ये समस्या है पीने के पानी की। इन लोगों के अनुसार पूरी दिल्ली में हर जगह बिसलरी जैसा साफ पानी मिलता है

हमने दिल्ली में आवागमन को सहज बनाने के लिए निरंतर प्रयास किया है। हमने दिल्ली में सड़कों पर ध्यान केंद्रित किया है और क्षेत्र के चारों ओर परिधीय एक्सप्रेसवे विकसित किए हैं। ये एक्सप्रेस-वे लंबे समय से ठप था। हमारे सरकार ने उन्हें पूरा करने का काम किया। इसके पूरा होने के बाद, हर दिन लगभग 30-40,000 ट्रक दिल्ली में प्रवेश नहीं करते हैं, लेकिन इसके चारों ओर चलते हैं और यह दिल्ली के यातायात को हल्का करता है।

शहर में प्रदूषण कम हो, इसके लिए भी हमने निरंतर प्रयास किया है। बीते 5 वर्षों में दिल्ली में सैकड़ों नए CNG स्टेशन बनाए गए हैं। यहां जो उद्योग-धंधे चल रहे हैं, उनमें से आधों को PNG आधारित बनाया जा चुका है

दिल्ली के भीतर सड़कों पर ध्यान देने के साथ ही, दिल्ली के चारों ओर पेरिफरल एक्सप्रेस वे का निर्माण किया गया है, ये एक्सप्रेस वे भी बरसो से अटका, भटका, लटका पड़ा था, इसे पूरा करने का काम भी हमारी सरकार ने किया है।

दिल्ली मेट्रो के फेज-4 को लेकर अगर यहां की राज्य सरकार ने बेवजह के अड़ेंगे न लगाए होते, तो इसका काम भी काफी पहले शुरू हो गया होता। इसलिए मैं कहता हूं कि आप के नाम पर राजनीति करने वाले, आपकी तकलीफों को कभी न समझे हैं और न समझने का इरादा है।

पिछले पांच वर्षों में, हमने दिल्ली मेट्रो में अभूतपूर्व विकास किया है। 2014 से पहले, दिल्ली मेट्रो औसतन लगभग 14 किमी प्रति वर्ष की दर से बढ़ी थी जब हम सत्ता में आए थे, राज्य सरकार के सभी विरोधों और गड़बड़ियों के बावजूद, मेट्रो नेटवर्क अब 25 किमी / वर्ष की दर से बढ़ रहा है।

हमने एक तरफ वीआईपी लोगों से दिल्ली के 2000 से ज्यादा बंगले खाली कराए हैं और 40 लाख से ज्यादा गरीबों और मध्यम वर्ग को उनके घर का हक भी दे दिया है। उनके वीआईपी उनको मुबारक, मेरे वीआईपी तो आप लोग हैं, देश का सामान्य मानवी है

पहले जो सरकार चला रहे थे उन्होंने इन बंगलों में रहने वालों को तो पूरी छूट दी, लेकिन आपके घरों को नियमित करने के लिए कुछ किया भी नहीं और जब मैं कर रहा था तो रोड अटकाने का कोई मौका भी नहीं छोड़ा

आप सोचिये जिन लोगों पर आप लोगों ने अपने घरों को नियमित कराने के लिए भरोसा किया था, वो खुद क्या कर रहे थे? इन लोगों ने दिल्ली के सबसे आलीशान और सबसे महंगे इलाकों में 2 हजार से ज्यादा बंगले, अवैध तरीके से अपने करीबियों को दे रखे थे

इतने कम समय में Technology की मदद से दिल्ली की 1700 से ज्यादा कॉलोनियों की बाउंड्री को चिह्नित करने का काम पूरा किया जा चुका है। इतना ही नहीं 1200 से ज्यादा कॉलोनियों के नक्शे भी पोर्टल पर डाले जा चुके हैं

समस्याओं को जारी रखने की न तो हमारी परंपरा है और न ही हमारी राजनीतिक कार्यशैली है आपको पूछना चाहिए कि जो लोग आपने अपने उपनिवेशों को अधिकृत करने के लिए सौंपे थे, वे क्या कर रहे थे। इन लोगों ने दिल्ली के कई पॉश इलाकों में 2000 लोगों को अपनी हवेली दी

विपक्ष के लोगों की इस रफ्तार को देखते हुए हमने कहा कि ऐसा नहीं चलेगा और न मैं चलने दूंगा। इसलिए हमने इस साल मार्च में ये काम अपने हाथ में लिया।

लोकसभा और राज्यसभा के बीते सत्र में दिल्ली की कॉलोनियों से जुड़ा बिल पास कराया जा चुका है।

दशकों तक यह समस्या जस की तस रही। पिछले सरकार ने राजधानी के लोगों की इन समस्याओं को हल करने के लिए ईमानदारी या इच्छा नहीं दिखाई।

दिल्ली में लाखों लोगों को स्वतंत्रता के बाद के कई दशकों में धोखाधड़ी, धोखा और नकली राजनीतिक वादों को झेलना पड़ा।

चुनाव आते थे तो तारीखें आगे बढाई जाती थी, बुलडोजर का पहियां कुछ समय के लिए रुक जाता था, लेकिन समस्या वहीं की वहीं रहती थी।

आपको इस चिंता से मुक्त करने और इस समस्या के स्थायी समाधान की ईमानदारी और नीयत इन लोगों ने कभी नहीं दिखाई

मुझे संतोष है कि दिल्ली के 40 लाख से ज्यादा लोगों के जीवन में नया सवेरा लाने का एक उत्तम अवसर मुझे और भाजपा को मिला है।

आपको अपने घर आपनी जमीन, अपने जीवन की सबसे बड़ी पूंजी पर संपूर्ण अधिकार मिला, इसके लिए आप सबको बहुत-बहुत बधाई

जीवन से जब अनिश्चितता निकल जाती है, एक बड़ी चिंता हट जाती है तो उसका प्रभाव क्या होता है, ये मैं आज आप सभी के चेहरों पर देख रहा हूं। आपके उत्साह में देख रहा हूं

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