Rajasthan News : इलाज कराने गई महिलाओं के साथ ठगी, 3 लाख रुपए के गहने लूटकर चंपत हुए शातिर

पुरुष ने आयुर्वेद इलाज के नाम पर उनको पहले भस्म खिलाई फिर आश्वस्त किया कि बीमारी और बच्चा नहीं होने के लिए कुछ जादू टोना करना पड़ेगा...

Update: 2022-04-06 08:27 GMT

Rajasthan News : राजस्थान से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां शहर के झालामण्ड चौराहा स्थित एक आयुर्वेद की दुकान चलाने वाले शातिर व्यक्ति और दो महिलाओं ने मिलकर पीड़ित दो अन्य महिलाओं से इलाज और जादू टोने के नाम पर 3 लाख रुपए के जेवर लिए और फरार हो गए। दोनों पीड़ित महिलाए अब थाने पहुंची है और मामला दर्ज कराया है। शातिरों ने गूंथे गए आते में जेवर को निकालने के बाद कारस्तानी की। घर में डिब्बा खोले जाने पर ठगी का पता लगा। जब तक दोनों महिलाए दुकान पर पहुंचती तब तक बदमाश भाग चुके थे। कुड़ी थाने में अब धोखधड़ी का केस दर्ज कराया गया है।

एसआई चनणाराम का कहना है कि कागकांगड़ी में मेघवाल बस्ती की रहने वाली हंजा देवी पत्नी सुरजाराम के तरफ से केस दर्ज कराया गया है। उसका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है। तब किसी परिचित ने झालामण्ड चौहरा स्थित एक आयुर्वेद की दुकान चलाने वाले व्यक्ति का कार्ड दिया और वहां इलाज करवाने को कहा था। इस बारे में उसने अपनी एक अन्य परिचित महिला को भी बताया। जिसे बच्चा नहीं हो रहा था। दोनों महिलाएं उस आयुर्वेद की दुकान पर 22 मार्च के अस पास गई थी। दुकान में दो महिलाएं थी और अंदर एक पुरुष इलाज करता था। बाहर उनसे दो रुपयों की रशीद कटवाई गई। बाद मेंपुरुष ने आयुर्वेद इलाज के नाम पर उनको पहले भस्म खिलाई फिर आश्वस्त किया कि बीमारी और बच्चा नहीं होने के लिए कुछ जादू टोना करना पड़ेगा।

जादू टोने से इलाज का दावा

पुरुष ने महिलाओं से कहा कि वे अपने घर से गूंथा हुआ आटा लेकर आए। तब अगले दिन दोनों महिलाएं गूंथा हुआ आटा लेकर आई। इस पर शातिर ने नाक की फिणियों को उतरवाकर गूंथे हुए आते में रखवाया। बाद में मौली आदि बांधकर दे दिया। फिर उन्हें अगले दिन बुलाया। तब कहा कि उनकी समस्या बड़ी है, गूंथे हुए आते में सोने का वजन बढ़ाना पड़ेगा। इस पर पहले सोने के रखड़ी और टूसी क्लो रखवाया गया। बाद ने एक डिब्बे में डाल कर दे दिया और घर ले जाने को कहा। अगले दिन आने पर फिर सोने का वजन बढ़ाने का कहकर फिर सोने के गहनों को आटे में रखवाया।

इसी बीच शातिर ने डिब्बे से सोने की जेवर निकालकर कर उसे पोटलीनुमा डिब्बे में लपेट दिया और उन्हें दे दिया और कहा कि जब तक नहीं बोलूं तब तक डिब्बा मत खोलना। तीन चार दिन निकलने के बाद हंजादेवी की पुत्री जो पीहर आई थी। उसे ससुराल जाना था। तब वह गहनों की मांग करने लगी। इस पर हंजादेवी ने उस शातिर को फोन लगाया।

ठग हो गए फरार

शातिर ने महिला से कहा कि आज रुक जाओं, कल डिब्बा खोल देना। हंजादेवी की पुत्री जिद करने लगी तब 1 अप्रैल को डिब्बा खोला गया। तब उसमें से जेवर गायब मिले। इस पर वह साथ वाली महिला को लेकर आयुर्वेद की दुकान पर पहुंची लेकिन वह दुकान पर ताला लगाकर भाग चूका था। एसआई चरणराम का कहना है कि मामला धोखधड़ी में दर्ज किया गया है। मोबाइल नंबर से पता लगाने का प्रयास जारी है। दुकान भी शातिर ने किराय पर ले रखी थी। साथ में दो महिलाओं को भी शातिर ने काम पर लगा रखा था। 

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