AMU के पूर्व वीसी ज़मीरुद्दीन शाह ने सर सैयद तहरीक को ज़िंदा करने के लिए दान कर दी अपनी ख़ानदानी हवेली, सुनिए शारजाह में उनसे हुई यूसुफ अंसारी की खास बातचीत

Update: 2018-11-27 15:00 GMT

शारजाह में गत 23 नवंबर को मनाए गए सर सैयद डे कार्यक्रम में गेस्ट ऑफ़ ऑनर की हैसियत से शिरकत करने पहुंचे लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व वाइस चांस्लर ज़मीरुद्दीन शाह इस मंच पर खुलाशा किया कि सर सैयद की तहरीक को फिर से ज़िंदा करने के लिए उन्होंने देश भर के मुस्लिम बहुल इलाकों में ज़िला स्तर पर सर सैयद के नाम पर इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने की मुहिम चलाई है। तीन स्कूल खोले जा चुके हैं कई और शहरों में स्कूल खोलने की तैयारियां चल रही है।


उन्होंने खुलासा किया कि उनके खानदान ने सरधना की अपनी खानदानी हवेली स्कूल के लिए दान कर दी है। उन्होंने कहा कि पच्चीस-तीस साल पहले अंग्रेज़ी रोज़ी रोटी कमाने की भाषा हुआ करती है लेकिन आज की तारीख में कंप्यूटर की भाषा रोज़ी-रोटी कमाने की भाषा बन गई है। उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वो अपने बच्चों को मोटर साइकिल की जगह कंप्यूटर और लैपटॉप खरीद कर दें। तभी आने वाली नस्ल चुनौतियों का सामना कर पाएगी। स्पेशल कवरेज न्यूज़ के संपादक यूसुफ अंसारी ने ज़मीरुद्दीन शाह से शारजाह में खास बातचीत की। सुनिए यह पूरी बातचीत 


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