48 घंटे पहले मासूम बेटी को दफना कर ये खिलाड़ी अपनी टीम को वर्ल्ड कप जिताने पहुंचा इंग्लैंड

Update: 2019-05-25 16:46 GMT

पाकिस्तान के बल्लेबाज आसिफ अली का जिस दिन वर्ल्ड कप टीम में सेलेक्शन हुआ उसी दिन उनकी मासूम बेटी का इंतकाल भी हो गया. वो महज 19 महीने की थी और उसे कैंसर था. आसिफ अली ने गुरुवार को अपनी बेटी को सुपुर्द ए खाक किया और अब वो पाकिस्तान के लिए वर्ल्ड कप खेलने इंग्लैंड पहुंच गए हैं. आपको बता दें आसिफ अली पर मुसीबतों का पहाड़ जरूर टूटा है लेकिन वो अपनी बेटी को एक योद्धा मानते हैं. आसिफ ने ट्वीट किया, 'मैं दुआ फातिमा को एक योद्धा के तौर पर याद रखना चाहता हूं. वह मेरी ताकत और प्रेरणा थी. मैं आप सभी से अनुरोध करूंगा कि मेरी राजकुमारी (बेटी) की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें.'

आसिफ अलीआसिफ अली की बेटी की मौत के बाद कई दिग्गज खिलाड़ियों ने आसिफ अली के प्रति संवेदना व्यक्त की है. इन खिलाड़ियों में सचिन तेंदुलकर का नाम भी शूमार है. तेंदुलकर ने द टेलीग्राफ से बातचीत में कहा, 'परिवार के किसी सदस्य का अचानक चले जाना काफी दुखद होता है. मैं आसिफ, उनकी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं, इस तरह के नुकसान को भरा नहीं जा सकता. मैंने भी अपने पिता को 1999 के विश्व कप के दौरान खो दिया था और घर लौट आया था, वापस जाने के बावजूद मैं अपने पिता के खोने के दुख से नहीं निकल पा रहा था. इससे उबरने में समय लगता है. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि इस दुख की घड़ी में आसिफ को दुख सहने की शक्ति दे. '

आसिफ अली पाकिस्तान के अहम खिलाड़ी हैं. वर्ल्ड कप में वो अपनी हिटिंग से पाकिस्तान को जीत दिलाने का माद्दा रखते हैं. इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में आसिफ ने 4 मैचों में 142 रन बनाए. उनका औसत 35.50 रहा. साथ ही उनका स्ट्राइक रेट 131.48 रहा, जो एक मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज के लिए बेहद शानदार है. आसिफ अली को पाकिस्तानी टीम में फिनिशर का रोल दिया गया है.  पाकिस्तान को आसिफ अली जैसे बल्लेबाज की जरूरत भी है क्योंकि अफगानिस्तान के खिलाफ वॉर्मअप मुकाबले में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा था. पाकिस्तानी टीम का मिडिल ऑर्डर काफी कमजोर लग रहा है और आसिफ अली इस कमजोरी को ताकत में बदल सकते हैं.

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