महिलाओं द्वारा अपने उत्पीड़न की शिकायत पर किसी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही न किया जाय - सदस्य उत्तर प्रदेश महिला आयोग
शशांक मिश्रा
उत्तर प्रदेश महिला आयोग के द्वारा महिलाओँ की उत्पीड़न की शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर लिया जा रहा है तथा उनकी शिकायतों के निस्तारण के लिए निरन्तर सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया जा रहा है। आयोग के द्वारा महिलाओ की शिकायतों से रूबरू होने के लिए जनसुनवाई का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें महिलाओ की शिकायतों को सुना जा रहा है तथा सम्बन्धित उपस्थित अधिकारियों से प्रकरण की वस्तुस्थिति की जानकारी लेते हुए प्रकरण को शीघ्र निस्तारित किये जाने के निर्देश दिये जा रहे है। उक्त बातें उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य मीना चौबे के द्वारा सरकिट हाउस में आयोजित महिला जनसुनवाई एवं समीक्षा बैठक में कही गयी।
महिला आयोग की सदस्य ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिला का उत्पीड़न न हो इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखा जाय। उन्होंने कहा कि महिलाओ की समस्याओं को गम्भीरता से सुना जाय तथा समस्याओं को शीघ्र निस्तारित कर पीड़िता महिला को न्याय दिलाय जाय। महिलाओं द्वारा अपने उत्पीड़न की शिकायत पर किसी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही न किया जाय।
जनसुनवाई में प्रतापगढ़ के निवासी सूर्य नारायण श्रीवास्तव ने सदस्य को बताया कि उसकी भतीजी बबीता श्रीवास्तव की शादी लगभग 16 वर्ष पूर्व राजेश श्रीवास्तव उर्फ राजू श्रीवास्तव, नैनी, इलाहाबाद के साथ हुयी थी, परन्तु दुर्भाग्यवश 11 सितम्बर 2018 को रहस्यमय ढ़ंग से गला घोटकर मकान के अन्दर हत्या कर दी गयी थी जिसकी जानकारी उन्हें बाहरी लोगो और अखबार के माध्यम से मिली थी। उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में उन्होने थाना नैनी में लिखित प्रार्थना पत्र भी दिया था, जिस पर कोई कार्यवाही नही की गयी। सदस्य ने प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस अधिकारी को निर्देशित किया कि उक्त प्रकरण को शीघ्र निस्तारित करते हुए आवश्यक कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाय।