उप जिलाधिकारी जमुनहा कार्यालय में तैनात स्टोनो ने पैसे के लिये बदल दी रिपोर्ट

Update: 2019-07-23 12:07 GMT

 बहराइच के थाना मल्हीपुर क्षेत्र के ग्राम सभा इमलिया करन पुर के मजरा इमलिया में पंकज कुमार वर्मा के घर के सामने आबादी की जमीन है। जिस पर 50 वर्षो से पंकज कुमार वर्मा के पूर्वजों का कब्ज़ा था चूंकि जमीन पंकज कुमार वर्मा के घर के सामने है और पंकज वर्मा के घर की पुरानी लकड़िया भी आबादी की भूमि पर रक्खी थी।और पीड़ित का ही उक्त भूमि पर काफी समय से कब्ज़ा था।जिसका साक्ष्य भी पीड़ित के पास मौजूद है।जिस पर पर बगल के ही दबंग विद्याराम,राम मनोहर,और गजराज सहाय पुत्र आशाराम ने मिलकर पैसो के बल पर हल्का लेखपाल अनन्तराम जो की विपक्षियों के रिश्तेदार भी है। मदद से पीड़ित की लकड़िया उक्त जमीन से जबरन बाहर फेककर अवैध कब्जा करने की कोशिश की जिस पर पीड़ित ने डॉयल 100 की मदद से कब्जे को रुकवा दिया।

उसके बाद पीड़ित ने उप जिलाधिकारी जमुनहा कार्यालय सहित डीएम कार्यालय में कई प्राथना पत्र दिए।जिसके बाद नायब तहसीलदार जमुनहा ने मौके पर जाकर दोनों पक्षो में आधे आधे पर सुलह समझौता करा दिया।लेकिन दबंगों ने सुलह की गयी जगह से नही बल्कि गलत तरीके से दिवाल उठानी शुरू की जिस पर पीड़ित पंकज कुमार ने पुनः तहसील दिवस में प्राथना पत्र दिया।तब अपर जिलाधिकारी ने मौके पर नायब तहसीलदार जमुनहा को भेजकर सही फैसला कराने के लिये कहा।दोबारा फिर नायब तहसीलदार जमुनहा मौके पर पहुँचे साथ ही मौके पर तीन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के रिपोटर के सामने बात रक्खी गयी।जबकि विपक्षियों का मुख्य द्वार भी इस तरफ नही पड़ता है उनका मुख्य द्वारा दूसरी तरफ है।दोनों में आपस में सुलह कराने की कोशिश की गयी लेकिन विपक्षी दबंगई के बल पर मानने को तैय्यार नही हुए। तब नायब तहसीलदार ने अपनी आख्या रिपोर्ट उप जिलाधिकारी जमुनहा के समक्ष दोनों पक्षो में वार्ता विफल रही आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित लिखकर प्रस्तुत की।

जिस रिपोर्ट को उप जिलाधिकारी कार्यालय के स्टोनो कैलाश सिंह ने पैसे लेकर रिपोर्ट को बदल कर विपक्षियों के हित में ये लिखकर की नायब तहसीलदार की आख्या से स्पष्ट होता है की विद्याराम अपनी पुरानी घरूही आबादी की भूमि पर ही निर्माण कर रहे है।जो उनकी ही जमीन है जो सही है।अतः निर्माण कार्य किये जाने पर मौके पर शांति ब्यवस्था सुनिश्चित कराये ये रिपोर्ट तैयार कर ली और उस पर उपजिलाधिकारी जमुनहा के ऑर्डर भी करवा लिया।फिर उसी कॉपी को स्थानीय थाने पर भी भिजवा दिया।उसी गलत आदेश के बल पर दबंगों ने जबरन 4 फिट दीवाल भी उठा ली चूंकि पीड़ित पंकज कुमार उस दिन किसी कार्य से लखनऊ गये हुए थे जब घर पहुँचे तब तक 4 फिट दीवाल उठ चुकी थी।और दीवाल उठाई जा रही तो पुनः डॉयल 100 की मदद से दीवाल निर्माण कार्य रुकवाया गया। जबकि ना तो उक्त आबादी की जमीन विद्याराम के घर के सामने है और ना ही उनकी कोई पुरानी घरुही यहाँ पर मौजूद थी जिसका साक्ष्य विपक्षियों के पास नही है।उक्त मामले में ये पूरी रिपोर्ट गलत तरीके से लगाई गई और बनाई गई।

उक्त आबादी की जमीन पीड़ित पंकज कुमार वर्मा के घर के सामने है और 50 वर्षो से इनका ही कब्जा था।पीड़ित पंकज कुमार ने रिपोर्ट में स्टोनो जमुनहा द्वारा हेर फेर किये जाने की शिकायत उपजिलाधिकारी जमुनहा से कई बार की लेकिन उपजिलाधिकारी जमुनहा द्वारा मामले में कोई भी कार्यवाही नही की।तब थकहार कर पीड़ित ने बदली गयी रिपोर्ट और नायब साहब की आख्या को जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया और न्याय की गुहार लगाई।डीएम साहब ने दो दिनों में जांचकर न्याय की बात और रिपोर्ट बदलने वालो पर कार्यवाही की बात भी कही। लेकिन करीब दो हफ्ते हो गए मामले में अब भी कोई कार्यवाही नही की गयी।अब दबंग भू माफिया बार बार उसी गलत तरीके से जारी किये गए आदेश को थाने में ले जाकर अवैध निर्माण की कोशिश कर रहे है।इन भू माफियाओं के सामने जिला प्रशाशन भी नतमस्तक हो रहा है और कोई भी कार्यवाही नही की जा रही है।इस दिवाल के उठने से पीड़ित का रास्ता बंद हो जायेगा जिला प्रशासन से न्याय ना मिलने के चलते पीड़ित ने अब सीएम ऑफिस जाकर शिकायत करने का मन बनाया है।

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