आज की बड़ी खबर: कांग्रेस चाहती है चंद्रशेखर आज़ाद को इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनाना

कांग्रेस इस नुकसान से बचने के लिए ही अखिलेश यादव पर चंद्रशेखर आजाद को एक सीट छोड़ने का दबाव बना रही है।

Update: 2024-03-19 09:49 GMT

* आज़ाद के लिए नगीना सीट छोड़ने पर अखिलेश से हो रही है बात

* प्रियंका गांधी वाड्रा कर रही हैं अखिलेश से बात

* इसी हफ्ते साफ हो जाएगी तस्वीर

कांग्रेस चाहती है कि उत्तर प्रदेश में आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) इंडिया गठबंधन का हिस्सा हो। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से आजाद के लिए नगीना सीट छोड़ने के लिए अभी भी बातचीत कर रहे हैं। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के निर्देश परज्ञउत्तर प्रदेश के प्रभारी कांग्रेस महासचिव रविदास पांडे ने भी अखिलेश यादव से इस सिलसिले में बात की है। सूत्रों का दावा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी खिलेश यादव से संपर्क साधकर चंद्रशेखर आजाद के लिए नगीना सेट छोड़ने की गुजारिश की है।

बता दें की नगीना सीट पर अखिलेश यादव ने नोएडा के एडीजे रहे मनोज कुमार को चुनाव मैदान में उतारा है। हालांकि इस सीट पर चंद्रशेखर आजाद काफी दिन से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि वह अखिलेश से बात करके उनके लिए ऐसी छुड़वा देंगे। खतौली में हुए उपचुनाव में चंद्रशेखर आजाद ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। राजनीति विश्लेषकों का मानना है कि चंद्रशेखर आजाद के सक्रिय समर्थन से ही आरएलडी खतौली सीट जीतने में कामयाब हुई थी। इसके बाद माना जा रहा था की चंद्रशेखर आजाद समाजवादी पार्टी के गठबंधन से नगीना सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। लेकिन जयंत के पर बदलने से आजाद की परोपकारी कमजोर पड़ गई। अखिलेश यादव ने नगीना से पूर्व अज मनोज कुमार को चुनाव मैदान में उतरकर आजाद की उम्मीद पर पानी फेर दिया।

गौरतलब है कि चंद्रशेखर आजाद के लिए कांग्रेस ने पुरजोर तरीके से कोशिश की। कांग्रेस ने यहां तक कहा कि नगीना सीट उसे दे दी जाए। वो अपनी तरफ से इसे चंद्रशेखर आजाद के लिए छोड़ देगी। लेकिन अखिलेश इसके लिए राजी नहीं हुए जयंत चौधरी के पाला बदलने के बाद से अखिलेश यादव फूंक फूंक कर कदम रख रहे हैं। उन्हें लगता है कि छोटी पर्टियां उन्हें ब्लैकमेल कर रही हैं। कांग्रेस का मानना है मौजूदा राजनीतिक हालात में छोटी पार्टियों को साथ लेकर चलना ज्यादा जरूरी है। इससे गठबंधन को उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि इसके बाहर भी फायदा होगा।

कांग्रेस ने अभी भी उम्मीद नहीं छोड़ी है। कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अखिलेश यादव से चंद्रशेखर आजाद के लिए नगीना सीट छोड़ने को लेकर बात की है।‌ खबर है कि पिछले दिनों चंद्रशेखर आजाद को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने बुलाया था। दोनों के बीच इस बात पर सहमति बनी है कि चंद्रशेखर आजाद लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन करेंगे। हाल ही में हुए पांच राज्योंके विधानसभा चुनावों में चंद्रशेखर आजाद ने राजस्थान में 42 सीटों पर और मध्य प्रदेश में 86 सीटों पर चुनाव लड़ा था। उनकी वजह से कांग्रेस को कई सीटों पर हर का सामना करना पड़ा। यही वजह है कि कांग्रेस चंद्रशेखर आजाद को इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनने पर जोर दे रही है।

आजाद हर हाल में नगीना से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर रखा है। गठबंधन न होने की सूरत में अगर वो चुनाव लड़ते हैं तो इंडिया गठबंधन को इससे खासा नुकसान होगा। अगर उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में राजस्थान मध्य प्रदेश और हरियाणा में कुछ उम्मीदवार उतरती है तो इसका सीधा नुकसान कांग्रेस को होगा। कांग्रेस इस नुकसान से बचने के लिए ही अखिलेश यादव पर चंद्रशेखर आजाद को एक सीट छोड़ने का दबाव बना रही है।

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