मुसलमानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना अनिवार्य : डा. एम जे खान

Update: 2019-09-14 15:55 GMT

बुलंदशहर में अपर कोट मुहल्ले में हाईलैंड स्कूल में इंडियन माइनॉरिटी इकोनॉमिक डेवलपमेंट एजेंसी(आइमेडा) की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में बोलते हुए आइमेडा के चैयरमेन डा. एम जे खान ने कहा कि सच्चर कमेटी की रिपोर्ट ने यह बात साफ कर दी कि मुसलमानों की आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक रूप से बेहद पिछड़े हुए हैं। डाक्टर खान ने बोलते हुए कहा कि बुरे वक्त में अच्छे लोग अच्छे मौके पैदा करते हैं। तो इस वक्त में मुसलमानों को घबराना नहीं चाहिए। डाक्टर खान ने कहा कि आइमेडा के ज़रिए हर ज़िले में एक समिति का गठन किया जाएगा जो ज़िला स्तर पर युवाओं को नौकरियों और कारोबार के बारे में जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा। यह समिति आइमेडा के उद्देश्यों को जमीन पर उतारना का प्रयास करेगी।यह समिति आइमेडा के केंद्रीय नेतृत्व से मिली जानकारी और सूचनाएं भी जिले स्तर पर लोगों को पहुंचाएगी। डाक्टर खान ने संबोधन में कहा कि भारत एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था है और निजी सेक्टर में अच्छे अवसर मिल रहे हैं और मुस्लिम समुदाय को इन अवसरों का फायदा उठाना चाहिए। डाक्टर खान ने कहा कि जब मुसलमानों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी तब समुदाय की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति में भी सुधार होगा।




 कार्यक्रम में अधिशासी निदेशक खालिद महमूद अंसारी ने बोलते हुए कहा कि इसमें बिलकुल शक नहीं कि मुस्लिम समुदाय राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। श्री अंसारी ने कहा कि इन चुनौतियों से निपटने के लिए ही आइमेडा का गठन किया गया। उन्होंने भी मुसलमानों के आर्थिक सशक्तिकरण पर ज़ोर देते हुए कहा कि आर्थिक सशक्तिकरण समुदाय के राजनीतिक और सामाजिक सुधार का आधार है।

कार्यक्रम मेंआइमेडा के निदेशक अशरफ़ हमीद खां और माजिद अली खां ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम के आखिर में डाक्टर एम जे खान ने लोगों के सवालों के जवाब भी दिए।कार्यक्रम में मुहम्मद रहीसुद्दीन, अबरार अहमद अंसारी, डाक्टर ज़ुबैर, इफ्तिखार अंसारी, मकसूद अखतर एडवोकेट, नसीम अहमद, अब्दुल वाहिद, मुहम्मद एहसान, दानिश अंसारी ने भी शिरकत की।

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