IPS Muniraj ji became SSP Ghaziabad:आईपीएस मुनिराज जी बने SSP गाजियाबाद, बताया पूरा रोडमेप कैसे करेंगे अपराध का खात्मा
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में लगातार हो रहे अपराधों के चलते हाल ही में एसएसपी पवन कुमार को निलंबित किया गया था. उनकी जगह डीआईजी सतर्कता अधिष्ठान एल आर कुमार को अस्थाई रूप से गाजियाबाद जिले की कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण के लिए एसएसपी पद पर नियुक्त किया गया था लेकिन वह अभी छुट्टी पर हैं उन्होंने ज्वाइन नहीं किया, तो उनकी जगह 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी एम. मुनिराज को एसएसपी का पदभार सौंपा गया है. IPS मुनिराज ने आकर कार्यभार संभाल लिया और आईजी मेरठ रेंज प्रवीण कुमार के साथ जिले के अधिकारियों के साथ एक बैठक भी की. हालांकि जिस बड़ी लूट के बाद एसएसपी के सस्पेंड किया गया था, उसका खुलासा पुलिस ने कर दिया है.
ताबड़ तोड़ घटनाओं से दहशत में गाजियाबाद की जनता
मिली जानकारी के अनुसार, पिछले दिनों गाजियाबाद में कई चोरी, डकैती, लूट और सड़कों पर दिनदहाड़े महिलाओं के साथ चेन स्नेचिंग की घटनाएं सामने आई हैं. दुकानों से चोरी की घटनाओं ने व्यापारियों को भी डरा दिया है. साथ ही पेट्रोल पंप कर्मचारियों के साथ हुई लूटपाट के बाद आम लोग ज्यादा दहशत में हैं. जिसके चलते अब 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी मुनिराज को गाजियाबाद में बढ़ते क्राइम पर रोक लगाने का महत्वपूर्ण टास्क मिला है. अब देखना यह होगा कि अपराध पर कितना अंकुश लगा पाएंगे नवागंतुक पुलिस कप्तान।
पहले भी जिले में तैनात रहे हैं IPS मुनिराज
इससे पहले भी 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी मुनिराज गाजियाबाद में एसपी सिटी के तौर पर तैनात रह चुके हैं. मुनिराज मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले हैं और फिलहाल पुलिस हेडक्वार्टर के चुनाव सेल में तैनात थे. चुनाव सेल में तैनाती से पहले इनकी तैनाती आगरा में थी. पिछले साल अक्टूबर में अरुण बाल्मीकि की कस्टोडियल डेथ के मामले में मुनिराज को आगरा से हटा दिया गया था. मुनिराज को एक तेजतर्रार पुलिस अफसर माना जाता है. पुलिस अधीक्षक के तौर पर सबसे पहले इनकी तैनाती पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में थी. उसके बाद कन्नौज , बरेली , अलीगढ़, आगरा समेत कई जिलों मे बतौर कप्तान रह चुके है।
11 दिन की 4 बड़ी वारदातें
1- 23 मार्च को राजनगर RDC में 24 कैरेट शोरूम से साढ़े दस लाख रुपए की लूट हुई.
2- 28 मार्च को बदमाशों ने गोविंदपुरम सी-ब्लॉक में पेट्रोल पंप कर्मचारियों से 25 लाख रुपए कैश लूटा. पुलिस आरोपियों को नहीं पकड़ पाई. एक संदिग्ध आरोपी ने सीधे कोर्ट में सरेंडर किया.
3- 28 मार्च को खोड़ा में दुकान पर बैठे गौरव नामक व्यक्ति को बदमाशों ने गोली मारी.
4- 02 अप्रैल को नूरनगर में PNB की ग्रामीण शाखा में घुसकर बदमाशों ने करीब 12 लाख रुपए लूटे.