उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में माफिया के तौर पर प्रतिस्थापित और बसपा विधायक मुख्तार अंसारी को लाने के लिए यूपी पुलिस का कारवां पंजाब में पहुँच चूका है. क्योंकि मुख़्तार अंसारी इस समय पंजाब की जेल में बंद है. पिछले काफी समय से पंजाब और यूपी सरकार के बीच चूहे बिल्ली का खेल मुख्तार अंसारी को लाये जाने के लिए खेला जा रहा है. अगर रिपोर्ट नेगेटिव नहीं आई तो उन्हें यूपी सरकार फिर से लाने में नाकाम होगी.
फिलहाल ताजा जानकारी के मुताबिक यूपी पुलिस उन्हें लेने के लिए पंजाब पहुंच गई है. मुख़्तार अंसारी को कोरोना टेस्ट के बाद यूपी लाया जाएगा. उसके बाद उन्हें यूपी की बांदा जेल में रखा जाएगा जहां वो पहले से बंद थे. उसके बाद उन्हें पंजाब में एक केस के तहत पेशी पर ले जाया गया और वहीं की जेल में शिफ्ट हो गये. इस दौरान यह खबर भी कही जाने लगी कि कभी पूर्वांचल में मुख्तार के नाम से शोरगुल थमता था अब मुख़्तार अपने जीवन को बचाने के लिए जेल जेल का खेल खेल रहे है जबकि योगी सरकार उन्हें लालटेन लेकर ढूढ रही है.
उसके बाद पंजाब सरकार और यूपी सरकार सुप्रीमकोर्ट तक गई. अब सुप्रीमकोर्ट के मुताबिक पंजाब सरकार को कोरोना टेस्ट कराने के बाद यूपी सरकार को सौंपना होगा. लेकिन जिस तरह विकास दुबे की गाडी पलट गई यह खौफ मुख़्तार अंसारी को खाए जा रहा है और उनके समर्थक भी भयभीत है.
जबकि उन्हें यूपी सरकार लगातार पंजाब से लाने के लिए उत्सुकता दिखा रही है. कुछ समय पहले उनके लिए काम करने वाला मुन्ना बजरंगी बागपत की जेल में मारा गया. उसके कुछ दिन बाद से मुख्तार लगातार कोर्ट से अपनी जान की गुहार लगाते नजार आ रहे है. लेकिन एक बात तो तय है जब समय विपरीत आता है तो शेर की औकात भी सही समय पर ही नजर आती है.