पीलीभीत में दर्दनाक हादसा, मकान में हुआ ऐसा धमाका कि विस्फोट से उड़ा महिला का हाथ, मौत

अचानक छत पर ही विस्फोटक सामग्री में ब्लास्ट हो गया और उसका एक हाथ उड़ गया। पास में बैठी तीन साल की बच्ची शिवानी भी घायल हो गई।

Update: 2020-11-08 15:10 GMT

पीलीभीत : उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में रविवार की शाम एक मकान में धमाका हो गया। जिले के गांव अखौली में विस्फोटक सामग्री में अचानक ब्लास्ट होने से महिला की मौत हो गई। जबकि उसकी तीन साल की बच्ची घायल हो गई। जिसे बरेली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस व सीओ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ब्लास्ट को लेकर जांच कर रही है। बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव अखौली के नन्हें चौधरी की पत्नी 35 वर्षीय विमला देवी अपने मकान की छत पर थी। रविवार दोपहर अचानक छत पर ही विस्फोटक सामग्री में ब्लास्ट हो गया और उसका एक हाथ उड़ गया। पास में बैठी तीन साल की बच्ची शिवानी भी घायल हो गई।

हादसे के बाद गांव में हड़कंप मच गया। घायल मां बेटी को इलाज के लिए बरेली ले जाया गया, जहां विमला देवी ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। सूचना मिलते ही सीओ लल्लन सिंह, कोतवाल सुनील कुमार शर्मा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने विस्फोटक सामग्री कहां से आई और ब्लास्ट कैसे हुआ इसकी जांच शुरू कर दी है। परिजनों की माने तो घर में गंधक पोटास रखी हुई थी। विमला देवी ने उसे कूड़ा समझकर दूध को गरम करने वाली वरोसी में डाल दिया। जिसमे आग दहक रही थी और गंधक पोटास में ब्लास्ट होने से घटना हुई है।

बीसलपुर के गांव अखौली में नन्हें लाल चैधरी के घर में डेढ़ सौ ग्राम गंधक पोटास एक पुड़िया में रखी हुई थी। उसकी पत्नी विमला देवी छत पर वरोसी में दूध गरम कर रही थी। तभी अचानक पुड़िया आग में गिर गई और धमाका हो गया।

एक धमाके में तिनके की तरह बिखर गया गरीब का परिवार

बीसलपुर के गांव अखौली में नन्हें लाल चैधरी के परिवार में अचानक दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पत्नी विमला देवी भैयादूज की तैयारी कर रही थी। घर में दीपावली को लेकर साफ सफाई का काम भी तेजी के साथ किया जा रहा था। अचानक हुए हादसे में महिला की मौत हो गई जबकि मासूम घायल हो गई। नन्हेंलाल ने बताया कि पूरा परिवार दीपावली की खुशियां आपस में मिलकर बांटना चाहते थे, लेकिन कुदरत को शायद कुछ और ही मंजूर था और हंसता खेलता परिवार तिनके की तरह बिखर गया।

मासूम शिवानी भी जिंदगी व मौत के बीच संघर्ष कर रही है। उस मासूम को तो यह भी नहीं पता कि अब उसकी मां इस दुनिया में नहीं है। नन्हें लाल का कहना है कि गांव में खेतों पर जंगली जानवर अधिक आते हैं। लोहे की हथौड़ा में रखकर गंधक पोटास भरकर दागने से बंदर, नीलगाय व सुअर आदि जानवर भाग जाते हैं। घर में डेढ़ सौ ग्राम गंधक पोटास पुड़िया में रखी हुई थी। उसकी पत्नी विमला देवी वरोसी में दूध गरम कर रही थी। तभी किसी तरह से पुड़िया आग में गिर गई और ब्लास्ट हो गया। एक ब्लास्ट क्या हुआ पूरा परिवार ही इस धमाके का शिकार हो गया है। हालांकि गांव के लोग तरह तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं।

कहीं हथगोला बनाते समय तो नहीं हुई घटना

बीसलपुर के गांव अखौली सहित कई गांव में जंगली सुअर व अन्य जंगली जानवर किसानों की फसलों को बर्बाद करते हैं। सूत्रों की माने तो गंधक पोटास से कुछ किसान हथगोला बनाते हैं और खेतों में जाकर उसे दागते हैं। तभी खेत के आसपास भी जंगली जानवर नहीं आते। खासकर सुअर फसलों को काफी नुकसान करते हैं। चर्चा यह है कि विमला देवी भी गंधक पोटास से हथगोला बना रही थी और अचानक बारूद आग में गिर गई। जिससे ब्लास्ट हो गया।

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