पुलिस अफसर और विधायक बनकर करोड़ों की उगाही करने वाले दो भाई गिरफ्तार

Two brothers arrested for extorting crores by posing as police officers and MLAs

Update: 2023-08-25 09:24 GMT

सुल्तानपुर : पुलिस अफसर (एडीजी/डीआईजी/एसपी/दरोगा) और विधायक बनकर ठगी करने वाले दो भाइयों को चिनहट पुलिस ने मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। आरोपी नीली बत्ती व पुलिस लिखी एसयूवी से चलते थे। अर्दब में लेकर उगाही करते थे। करोड़ों की उगाही आरोपी अंजाम दे चुके हैं। धोखाधड़ी कर रकम हड़पने में चार साल पहले भी दोनों पर एक केस दर्ज हुआ था, जिसमें एनबीडब्लयू जारी था। अब एक और रिपोर्ट दर्ज की गई है। बुधवार को आरोपी कोर्ट में पेश किए गए, जहां से जेल भेजे गए।

डीसीपी पूर्वी हृदेश कुमार ने बताया कि देर रात पौने एक बजे अहिमामऊ से शैलेंद्र कुमार और उसके भाई रविंद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया। दोनों मूलरूप से सुलतानपुर जिले के चांदा थाना क्षेत्र के पसयीपुर गांव के रहने वाले हैं। वर्तमान में आशियाना के रजनीखंड में रह रहे थे। पुलिस ने खुलासा किया कि आरोपियों के पास से दो एसयूवी बरामद हुईं हैं। एक एसयूवी पर आगे-पीछे शीशे पर पुलिस का स्टीकर लगा था। ऊपर हूटर व नीली-लाल बत्ती लगी थी। दूसरी एसयूवी में भाजपा का झंडा, विधायक का स्टीकर व विधानसभा का पास लगा मिला। आरोपियों ने बताया कि अधिकतर वह पुलिस की गाड़ी से घूमते थे और अवैध वसूली करते थे। बिल्डर व कारोबारियों पर दबाव बनाकर उगाही करते थे। खुद को कभी एडीजी तो कभी डीआई, एसपी तो कभी दरोगा बताते थे।

पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि आरोपी भाजपा का नेता बनकर कई लोगों से मिलते थे। कभी भी टोल प्लाजा पर पैसे नहीं भरते थे। कई से ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर भी ठगी कर चुके हैं। शासन व सरकार में गहरी पैठ बताकर विश्वास में लेते थे। पुलिस को आशंका है कि लखनऊ के अलावा भी कई जिलों में आरोपी इस तरह की ठगी को अंजाम दे चुके हैं।

चिनहट क्रिस्टल व्यू अपार्टमेंट निवासी सिराज अहमद रियल एस्टेट का कारोबार करते हैं। 2017 में उनकी मुलाकात इन दोनों भाइयों से हुई थी। दोनों भाई प्रॉपर्टी डीलर बनकर मिले थे। उसी दौरान सुलतानपुर में एक जमीन का सौदा हुआ थी। सिराज ने 75 लाख रुपये देकर जमीन ली थी। आरोपियों ने रजिस्ट्री भी कर दी थी। बाद में पता चला कि पूरा फर्जीवाड़ा है। जब सिराज ने पैसे वापस मांगे तो दो लाख रुपये लौटाए। पूरी रकम वापस नहीं की तब सिराज ने 12 नवंबर 2019 को चिनहट थाने में शैलेंद्र, रविंद्र व एक छोटेलाल पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले में एनबीडब्लयू जारी था।

पुलिस ने मामले में दोनों पर धोखाधड़ी, जाली दस्तावेज तैयार करने, उगाही करने आदि धाराओं में एक और केस दर्ज किया है। आरोपियों के पास से दो एसयूवी के अलावा फर्जी पुलिस अधिकारी का पहचान पत्र, दरोगा की वर्दी, पी कैप, चिल्ड्रेन बैंक 2000 के नोट की 33 गड्डी, 80 हजार नकद और वॉकी टॉकी बरामद हुआ।

Tags:    

Similar News